*चंद्रयान-3*
मनखे सुरुच ले खोजी प्रवृति के आय ।आदिमनखे आगी के खोज करिस अउ जंगली जंतु ले अपन जीव ला बचाइस।चक्का के खोज करिस अउ कृषि जीवन ला अपनाइस।अउ धीरे धीरे विकास के रद्दा मा आघू बढ़त गिस।
मशीन के खोज,भाप इंजन के खोज ,बिजली के खोज,इन सब मन मनखे के सोच ला पंख दिहिस अउ सहिच मा वो हा हवाई जहाज मा बइठ के अकास मा उड़े लागिस अउ अब ओखरो ले आघू के सोचे लागिस।ये दरी मनखे अंतरिक्ष मे पहुँच गिस।पहली उपग्रह स्पूतनिक-1 ला सोवियत संघ हा 1956 मा प्रक्षेपित करिस। अउ दुनिया मा अंतरिक्ष प्रतिस्पर्धा शुरू होगे। पहली चन्द्र इम्पेक्ट लूना-2,पहिली बिनमनखे चन्द्र सॉफ्ट लैंडिंग लूना -9 सोवियत संघ हा भेजिस ।
आजादी मिले के बाद हमर देश हा घलौ विकास के रद्दा मा रेंगे बर धर लिहिस।अउ सबो क्षेत्र मा उन्नति करे लागिस ता अंतरिक्ष के क्षेत्र मा कइसे पाछू रहितिस।काबर कि तइहा ले विज्ञान प्रौद्योगिकी मा हम कखरो ले कम नइ रहेन जंतर-मंतर येखर उदाहरण आय।हमर ज्योतिष विज्ञान तो ग्रह नक्षत्र के चाल के गणना सुरुच ले करत हे।सन् 1975 मा 19 अप्रेल के दिन हमू अपन पहिली उपग्रह आर्यभट्ट ला प्रक्षेपित करेंन अउ अंतरिक्ष मा अपन गोड़ ला जमखम ले धरेन।
ननपन ले चंदा करा हमर अलगेच लगाव हावय।चन्दा ममा ला देखात देखात कब हमर दाई हर हमर मुँह मा दूध भात ला चुपे चुप डार देवय हमला पता नइ चले अउ हमर पेट भर जावय।एक ठन गीत घलौ हावय-
*चन्दा मामा दूर के ,पुये पकाये गुड़ के
आप खाये थाली में,हमको दे प्याली में*
कवि मन चंदा कस सुग्घर मुँह ला कहे हे।अउ कतको गीत लिखे हे।
भारत के पहिली चंद्र मिशन 22 अक्टूबर 2008 के दिन पीएसएलवी-सी11 ले भेजे गिस जेहा चंदा के चारों मुड़ा 3400 ले आगर परिक्रमा करिस 29 अगस्त 2009 के संचार छूट जाय ले ये मिशन ला बंद करे बर पड़िस येला चंद्रयान-1 कहे गिस। येखर उद्देश्य हमर भुइयाँ के लकठा अउ दूरिहा ले एटलस बनाई अउ चंदा के रासायनिक खनिज नक्शा बनाई।
चंद्रयान1 ले चंदा के भुइयाँ मा पानी अउ हायड्राक्सिल(OH) के अणु के पता लगिस।चंद्र भुइयाँ मा मैग्नीशियम,एल्युमिनियम, सिलका,कैल्शियम के उपस्थिति के पता लगिस। चंद्रयान 1 हा 1380 किलो वजनी रहिस। येखर कंपोनेंट मा ऑर्बिटर लैण्डर प्रज्ञान रोवर रहिस हे।
चंद्रयान 2 ला 2019 मा 15 जुलाई के लॉन्च करे गिस। फेर डाटा मा असामान्य तापमान के कारण ये अभियान घलौ विफल होगे।येखर कम्पोंनेंट मा ऑर्बिटर लैण्डर अउ रोवर रहिस हे।ये हा चंदा के धरातल के अबड़े कन फोटो भेजिस।चन्द्रयान2 ला चांद सामरिक वैज्ञानिक तकनीकी अवधारणा के अध्ययन अउ अनुसंधान बर भेजे गिस। चंद्रयान2 हा चंद्र सतह ले 2.1 किमी.के दूरी ले चुक गिस फेर चंद्र भुइयाँ मा हीलियम 3 के उपस्थिति के पता चलिस।चंद्रयान 2 हा 3850 किग्रा. वजनी रहिस ।चन्द्रयान2 के समय इसरो के अध्यक्ष के.सिवान जी रहिन।
चंद्रयान 3 हा चंद्रयान 2 के अनुवर्ती मिशन आय। शुक्रवार 14 जुलाई 2023 के दिन आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र ले मंझनिया के बेरा 2 बजके 35 मिनट मा लांच करे गिस इसरो के प्रमुख एस. सोमनाथ अउ डायरेक्टर मोहन कुमार के मार्गदर्शन मा।येखर कम्पोनेंट मा ऑर्बिटर रोवर हे।
चंद्रयान 3 हा 3900 किग्रा. वजनी हावय। येखर काम चंदा के भुइयां मा जाके बेहतरीन अउ उच्चतर रचना के पता लगाना हे। लान्चिंग के बाद ले चंद्रयान3 हा हमर भुइयाँ के 5 परिक्रमा कर डारे हे।अउ चंदा के कक्ष मा 5 अगस्त के पहुँच गिस हे।बुधवार 16 अगस्त तक चंदा के आखरी अउ पाचवाँ कक्ष मा पहुँच गिस। गुरुवार के दिन चंद्रयान के लैण्डर मॉड्यूल ले अलग हो जाहि अउ 23 अगस्त के दिन संझौती बेरा मा चंदा के दक्षिणी ध्रुव मा सॉफ्ट लैंडिंग करहीं।अउ ये तरह से 23 अगस्त 2023 के दिन हा भारत के इतिहास मे सोनहा आखर मा लिखा जाहि। अमेरिका, रूस,चीन के पाछू भारत चौथइया देश बन जाही हमर चंदा ममा के घर जवइया।
मंगलयान 3 मा मातृ शक्ति के योगदान घलौ हावय। मिशन डायरेक्टर रितु करिधाल ला राकेट वुमन कहे जाथे।टेशी थामस अग्नि पुत्री के नाव ले जाने जाथे।एम.वनिता, अनुराधा टीके,एन.वलरमती,मोमिता दत्ता, मंगला मणि,कृति फौजदार, मीनाक्षी संपूर्णेश्वरी सहित 54 महिला वैज्ञानिक मन अपन अपन बुता ला करे मा पुरुष मन ले पाछू नइ रहिन।
हमर छत्तीसगढ़ बर घलौ ये हा अबड़े गरब के बात आय के इहाँ
के होनहार बेटा मन घलौ चंद्रयान 3 मिशन ले जुड़े हावयँ, बिलासपुर के विकास श्रीवास, भिलाई के पढ़े बालाजी नटराजन, सरगुजा के निशांत सिंह, जांजगीर जिला के बनारी गाँव के मनोज।
हम जम्मो देशवासी मन 23 अगस्त के रद्दा जोहत हन जब हमर चंद्रयान 3 चंदा ममा मा उतरहि।अउ अपन अपन भगवान ले चंद्रयान 3 के सफलता के बिनती बिनोवत हावन।
हे विघ्नहर्ता! जम्मो विघ्न बाधा ला दूरिहा करव।
चित्रा श्रीवास
बिलासपुर
छत्तीसगढ़
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