शकुन्तला शर्मा
"हिन्दी अउ छत्तीसगढ़ी भाषा मा अन्तरसंबंध"
छत्तीसगढ़ी अउ हिन्दी हर, विश्व के एकमेव वैज्ञानिक भाषा "संस्कृत" के बिटिया एँ। दूनो झन ला सहोदरा मानौ,फेर कोसली हर बड़की ए अउ हिन्दी हर छोटकी ए। दूनों मन के मुँहरन एके जैसे हावै अउ दूनों झन,लगभग एके जैसे, शब्द के प्रयोग करथें।महतारी के संस्कार दूनों ला बरोबर मिले हे। बोल चाल के शैली घला एके जैसे हे।
दूनों भाषा मा कुछ कुछ अंतर भी हे। जैसे हिन्दी मा स्त्री लिंग- पुल्लिंग के भेद होथे, फेर कोसली मा ए भेद नइ होवै।बहिनी भाई दूनों झन कह सकत हें कि " हमन स्कूल जावत हन।" दूनों बर सही हे।
मैं तो हिन्दी अउ कोसली के बल मा दश - ग्यारह देश ला घूम के आए हवँ। शब्द हर भाव ला, ऐसे बगरा देथे, कि अनजान मनखे हर भाव ला समझ जाथे। कोसली अउ हिन्दी के शब्द एके जैसे होथे।शब्द के भाव भी एक होथे।
दूनों बहिनी मन अपन महतारी सरिख गोठियाथे। अतके नहीं दूनों झन अपन महतारी के गौरव - गरिमा के रसदा मा आत्मविश्वास से चलत हें। प्रति पल "चरैवेति - चरैवेति" के पथ ला प्रशस्त करत हें।
"मधुरस हिन्दी कोसली,
रूप रंग सुन एक।
हावय एक स्वभाव हर,
दूनों झन सुन नेक।
शकुन्तला शर्मा...🙏🏻
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