Monday, 14 December 2020

घर ले सम्बंधित शब्द

घर ले सम्बंधित शब्द

*घर*

*कुटिया*साधू संत के पान पतइ के कुटी

*डेरा* अस्थायी घर पाल परदा तान के बनाय

 छँइहा।

*कुँदरा* खेत कोठार मा बनाय पैरा भूँसा के घर।

*छितका कुरिया* गरीब गुरबा के घर

*बाड़ा* गाँव के गौंटिया के घर

*हवेली* अब्बड़ अकन झरोखा वाला दूतल्ला

 घर

*महल* राजा के घर

*चाँदनी* पटनी पाट के बनाय छत

 *खोंधरा* चिरइ के घर

*माँद* शेर के घर

*बिल* मुसुवा/साँप के घर

*बीला* साँप मुसुवा के घर

*छाता* भाँवरमाछी के घर

*जाला* मेकरा के घर

*कोठा*-मवेशी मन ला राखे के ठउर

*गोर्रा*-गौशाला

*बछरूकुरिया*-बछरू रखे के ठउर 

*पठेरा*-माटी के दिवाल मा समान रखे बर बनाय जगह 

*फुला*-दिवाल मा समान रखे बर बनाय छोटकुन जगह

*झोरखा*-खिड़की

*खिरखी*-खिड़की,

झरोखा

*पटिया*-लम्बा 

*कमरगही*, 

*लदाव*, 

*गोदगोदा*, 

*काँड़*, 

*कोरइ*, 

*भदरी*, 

*नल्ली खपरा*,

 *पट्टी खपरा*

*कवेलू* 

*गोड़ा*

*कोठी*

*डोली*

*झिपारी*

*पटँउहा* 

*भीतरहा खोली*जेवन करे के खोली

*बइटका खोली* ब इठे के खोली

 *रँधनीखोली* राँधे पसाय के खोली

*सुतनीखोली* सुते के खोली

*जेवनीखोली* जेवन करे के खोली

*परछी* खोली के आगू के खंभा भारवट उपर टेके खुल्ला ठउर 

*खंभा*

*थामन/बोहन* खंभा ला बोहइया लकड़ी

*रेंगान* रेंगे के खुल्ला जगह

*ओसारी ओसारा* रँधनी खोली ले लगे भीतरहा खोली जिहाँ जेवन करे जाथे ।

*परसार* लम्बा चौंड़ा बड़का खोली।

*रेंगान* रेंगे के रद्दा गलियारा, 

*अँगना*दुवार* घर आगू के खुल्ला ठउर 

*साहन* ?

*डेहरी *डेरउठी* परछी के खाल्हे के ठउर

*खोर *दुवारी* *द्वार*  *मुँहाटी * मुँहटा*  दरवाजा

*मोक्कड़*-कचरा फेके के घर के लगझेवर घुरुवा

*टेकनी*-टूटे पटिया अउ काँड़ ला सहारा देबर लगाय जकनी लकड़ी

*म्यार* 

*मुड़का*,

*भदरी* 

*छपरी*

*छावनी* 

*छज्जा*, 

*छाजन*

*कोलाबारी*-घर से लगे छोटे से खाली जगह,

*पिछोत*-घर के पाछू भाग

*अगोत*-घर के आगू भाग

परवा-?

*बरेंड़ी*-छान्हीं के शिखर

*बागड़*-बैठक

*दमदमा*-छज्जा, सामान रखे के जगह

*आँट*-घर के परछी या दुवारी के लकझेवर ऊँच जगह जेला बइठे बर ब उरे जाथे। 

*फरिका*/

*फइरका*,

*सिटकिनी*

*बत्ता*

*रापटर*

*थामन*

*थमेरा*

*कलमी*

*कोलकी*

*संँगसी*

*सँगसा*

*पटउँहा खोली*

*देवताखोली*,

*अथानखोली*

*देवघर*

*देवघरा*

*समानखोली*

*पहुनाखोली*

*सियानखोली*

*घनौची*-पानी रखे बर बनाय गोड़ा वाला ऊँच ठउर, 

*कनकड़ा*?

*भदरी*-बाँस के बिछोना, जेखर ऊपर खपरा छाये रहिथे।

*कमचिल*-काटे अउ छीले बाँस के पातर पातर कुटका।

*मुड़का*-मिंयार के उप्पर के छोटे लकड़ी जे भदरी ल बोहे रहिथे।


*मिंयार*- घर के दीवार के ऊपरी हिस्सा के लकड़ी जे छानी परवा के भार ल बोहे रहिथे, दू दीवार म बेहड़ा गड़े रहिथे।।


*कोठ*- घर के दीवार


*पाया*-घर बनाये के पहली खने गड्ढा


*नेवान*- दीवार के तरी के पथरा या  ईंट

*नेव*-नीव, 

*गारा*,

*माटी*

*पेरउसी*

*काँड*

*कमरगाही*,

*भितया* 

*बत्ताखीला*

*काँड़खीली*

*काँड़खीला*

*पटनी*,

*पटाव*

*लदाव*

*कपाट*

*राहेर काड़ी*(पलानी बर),

*गोबर*(लिपे बर),,

*रंँधनी*,

*परछी*,

*बरवट*

*चौरा*

*खोली*,

*कुरिया*,

*पटँउहा*,

*गोड़ा*, 

*कोठी*,

*माईकोठी*,

*पटिया* कांड़ ल ठोके बर

 *धारन* -माई धारन- पटिया ला बोहे बर

*मूड़की-* पटिया ला उठा के रखे बर 

 *चूरला-* मूड़की ले पटिया म खापे बर छोटे हिस्सा

*मयार-* सात आठ फीट उँच भीठी म पोठ लकड़ी जउन छानी के भार ल सहिथे|

*कट पटाव* - परछी उतारे बर लकड़ी के खाँचॎ जेन म छोटे पटिया लगा के कांड़ ठोके जाथे|

*बत्ता* -भदरी ल बांधे बर बांस के घेरा

*खपरा -* नाली, पानी जाये  बर

 *ओरवाती* -ओरी ओर खपरा के धार

*ओरी*-

*ओरिया*

*कीरगा/पाला-/ढोली* धान , कोदो धरे के बाँस के बने चौकोर संरचना माटी छाब के बनाये जथे, कोनो गोलाकार भी रहिथे|


*कोठी* - माटी के बने होथे ।

*ढोली* - बाँस के कमचिल के बने होथे जउन ला बाहिर अउ भितरी ले माटी ले छाब के बनाये जाथे, ये दुनों के उपयोग अनाज धरे के काम आथे।

*ढाबाखोली*-

*ढाबा-ढोलगी*-

*खपरा*-

*दुवारी*-

*कपाट*-

*सँकरी*-

*रेला*-

*ओरवाती*-

*झिपारी*-बरसात म भितिया ल पानी से बचाय बर राहेर काड़ी अउ पैरा ले बनाए जाथे।

*पटउँहा*-लकड़ी छेना या अन्य समान रखे बर छानही के नीचे पटनी या बास लगा के गोबर माटी बरंड छाब के बनाए जाथे।

*पठेरा*-

*फूला*-

*भाँड़ी*-

*भीति*

*भितिया* बनाय जाथे।

*फइरका*-

*राचर*-

 *दरवाजा*-

*गाला*-

*सँकरी*-

*सिटकिनी*

*तुलसी चौंरा*

*फर्रस*

*घरलीपनी रंग* *कडमरगही*

*कमरगाह* माटी के घर कॉंड़ ल एक साथ बांध के रखे बर ओखर छोर म एक हाथ छोड़ के बॉंस ल चीर के उपर नीचे लगा के बांँधे जाथे।

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