सुरता: 19 अप्रैल - तीसरी पुण्यतिथि म विशेष
बहुमुखी प्रतिभा के धनी रिहिन नंद कुमार साहू "साकेत"
ये शरीर हा नश्वर हे. जउन ये दुनियां म
आहे वोहा एक दिन इहां ले जरूर जाहि. लेकिन दुनियां ल छोड़ के जाय के बाद कोनो मनखे ला सुरता करथन त वोकर पीछे कारन उंकर सुग्घर कारज ह होथे. कम उम्र म ये दुनियां ल छोड़ के अपन एक अलग पहिचान छोड़िस अइसन प्रतिभा म स्वर्गीय
नंद कुमार साहू "साकेत" के नांव सामिल हे. वोहा गजब प्रतिभा के धनी रिहिन हे.
जीवन परिचय
नंद कुमार साहू साकेत के जनम राजनांदगॉव जिला के मोखला गाँव म साधारन किसान परिवार म 26 अगस्त 1963 म होय रिहिन हे. उंकर बाबू जी के नाँव कृश लाल साहू अउ महतारी के सोहद्रा बाई साहू नाँव
हे. वोकर पत्नी के नाँव लता बाई साहू, बेटा के नाँव हितेश कुमार साहू, अउ बेटी मन के नाँव केशर साहू अउ प्रेमा साहू हे.
नानपन ले गायन अउ वादन म रुचि
पढ़ाई जीवन ले ही उंकर रुचि गायन, वादन म रिहिस हे. स्कूल म पढ़ाई करत -करत गाँव मा अपन सँगवारी मन सँग मिल के 1980 म मानस मंडली के गठन करिन । गाँव के नाचा मंडली म घलो योगदान दिस । उंकर सुरु ले लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम डहर रुचि राहय. नाचा, रामायण के सँगे सँग
जस गीत, फाग गीत मा गायन अउ हारमोनियम वादन करय.
आकाशवाणी म गीत प्रसारित
श्रद्धेय साकेत जी ह पढ़ाई जीवन ले गीत लिखे के सुरु कर दे रिहिस हे. वोहा लोक गीत, जस गीत अउ फाग गीत के रचना करिस. 1990 -91म उंकर गाये लोकगीत आकाशवाणी रायपुर ले प्रसारित होइस ।
नौकरी मिले के बाद प्रतिभा ह अउ निखरिस
मैट्रिक परीक्षा पास होय के बाद शासकीय प्राथमिक शाला में शिक्षक बनगे. अब उंकर प्रतिभा के सोर अउ बगरत गिस. वोहा धामनसरा, मुड़पार, सुरगी, बुचीभरदा जिहां नौकरी करीस पढ़ाई के सँगे- सँग उहां अपन व्यहार ले सब झन ल गजब प्रभावित करिस।
उद्घोषक अउ निर्णायक के जिम्मेदारी निभाइस
अब वोहा सबो प्रकार के मंच जइसे सांस्कृतिक प्रतियोगिता, मानस गान टीका स्पर्धा, रामधुनी स्पर्धा जसगीत प्रतियोगिता,फाग स्पर्धा म उद्घोषक अउ निर्णायक के भूमिका निभात गिस. अपन गाँव मोखला के सँगे- सँग अब दूरिहा- दूरिहा म वोकर नाँव के सोर चले ल लगिस. स्कूली कार्यक्रम म घलो अपन प्रतिभा ल दिखाइस. लइका मन ल सुग्घर ढंग ले सांस्कृतिक कार्यक्रम
खातिर सहयोग करय.
लोक कला मंच द्वारा उंकर गीत के प्रस्तुति
आडियो, वीडियो प्रारुप के माध्यम ले उंकर गीत के गजब धूम मचिस ।उंकर गाना फेसबुक, वहाट्सएप, यू ट्यूब म खूब चलिस. धरती के सिंगार भोथीपार कला अउ दौना सांस्कृतिक मंच दुर्ग के मंच ले उंकर गीत सरलग चलत गिस. कुछ गीत ल खुद गाइस अउ कुछ
ला दूसर कलाकार मन आवाज दिस. 1 अप्रैल 2018 मा रवेली म मंदराजी महोत्सव समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम म उंकर लोक गीत अउ जस भजन एल्बम के विमोचन लोक संगीत सम्राट खुमान साव जी, स्वर कोकिला कविता वासनिक , वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. पीसी लाल यादव , वरिष्ठ साहित्यकार कुबेर सिंह साहू जी ,साकेत साहित्य परिषद् सुरगी जिला राजनांदगॉव के अध्यक्ष अउ मंदराजी महोत्सव के मंच संचालक भाई लखन लाल साहू लहर के द्वारा करे गिस.
साकेत साहित्य परिषद् ले अब्बड़ लगाव
जसगीत मा उंकर प्रेरणा स्रोत सुरगी निवासी श्री मनाजीत मटियारा जी अउ कविता के क्षेत्र म वोहा श्री लखन लाल साहू लहर अध्यक्ष, साकेत साहित्य परिषद् सुरगी ल अपन प्रेरणा स्रोत माने.
नंद कुमार जी ह साकेत साहित्य परिषद् सुरगी जिला राजनांदगॉव के सक्रिय पदाधिकारी रिहिन हे. कवि गोष्ठी म अपन नियमित उपस्थिति देय .साकेत साहित्य परिषद् सुरगी जिला राजनांदगॉव ले उंकर लगाव अत्तिक रीहिस कि अपन उपनाम " साकेत "रख लिस.
कवि सम्मेलन म सराहे गिस
अब कवि सम्मेलन म घलो उंकर भागीदारी होय लगिस. साकेत के सँगे -सँग दूसर साहित्य साहित्य समिति मन के कार्यक्रम
म उछाह पूर्वक भाग लेय. कोरबा, बेमेतरा म छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के भव्य मंच म अपन काव्य प्रतिभा के एक अलगेच पहिचान छोड़िस।कवि सम्मेलन म
वीरेंद्र कुमार तिवारी वीरू, पद्मलोचन शर्मा मुंहफट,प्यारेलाल लाल देशमुख,लखन लाल साहू लहर, कैलाश साहू कुंवारा, संतू राम गंजीर,महेन्द्र कुमार बघेल, ओमप्रकाश साहू अंकुर के संगे -संग लक्ष्मण मस्तुरिहा, विश्वंभर यादव मरहा,मीर अली मीर जइसे बड़का कविअउ गीतकार मन सँग कविता पाठ करिन ।
सम्मान -
नंद कुमार जी ल कतको लोक कला मंच, रामायण मंडली, फाग मंडली, जस गीत मंडली,रामधुनी मंडली अउ युवा संगठन मन ह निर्णायक अउ उद्घोषक के रुप म सम्मानित करिन.
सम्मान के कड़ी मा 29 फरवरी 2012 मा रघुवीर रामायण समिति राजनांदगॉव द्वारा उद्घोषक के रुप म विशेष सम्मान, 23 फरवरी 2014 म साकेत साहित्य परिषद् सुरगी जिला राजनांदगॉव द्वारा "साकेत साहित्य सम्मान",जिला साहू संघ राजनांदगॉव द्वारा 1 अप्रैल 2019 म कर्मा जयंती मा "प्रतिभा सम्मान ", शिवनाथ साहित्य धारा डोंगरगॉव द्वारा 25 अगस्त 2019 मा " साहित्य सम्मान ", पुरवाही साहित्य समिति पाटेकोहरा विकासखंड छुरिया जिला राजनांदगॉव द्वारा 2021 मा " पुरवाही साहित्य सम्मान -2020 " सहित आने सम्मान सामिल हावय।
ये गीत अउ कविता के गजब सोर
उंकर लिखे गीत /कविता जउन ह लोगन मन के जुबान म छागे वोमा "महतारी के लागा", " वो पानी म का जादू हे "",तीजा पोरा, " "विधवा पेंशन ", "आँखी के पुतरी," "जिन्दगी एक क्रिकेट", "तिरंगा," " सरग ले सुग्घर गाँव "
सामिल हे. साक्षरता , पर्यावरण संरक्षण ,अउ कोरोना जागरुकता उपर सुग्घर रचना लिखिस।
मिलनसार अउ मृदुभाषी
वोहा अब्बड़ सरल, सहज ,मृदुभाषी अउ हंसमुख व्यक्तित्व के धनी रिहिन हे. वोहा बहुमुखी संपन्न कलाकार रिहिन हे. पर येकर बावजूद वोमा घमण्ड थोरको नइ रिहिस हे. एक डहर वोहा अपन ले वरिष्ठ मन के झुक के पैलगी अउ मान सम्मान करे बर कभू नइ भूलिस त दूसर कोति अपन ले छोटे मन ला वोहा कभू छोटे नइ समझिस. वहू मन ला गजब स्नेह दिस.
सीखे मा गजब उछाह दिखाय
58 साल के उम्र म घलो वोकर मन म सीखे के गजब उछाह रहय।
साकेत जी ह छंद के छ के संस्थापक आदरणीय अरूण कुमार निगम जी द्वारा स्थापित "छंद के छ " म छंद सीखे बर 2021 म तइयार होय रिहिन हे पर दुर्भाग्यवश वो सत्र के शुरु होय ले पहिली वोहा ये दुनियां ला छोड़ के चले गे.
जब उंकर निधन के खबर चले ल लगिस त गुरदेव निगम जी ह मोर करा फोन करके किहिस कि "ओमप्रकाश कइसे खबर ल सेन्ड करे हस. बने पता कर लव भई. खबर ल डिलीट करव. " त मेहा गुरुदेव जी ल बतायेंव कि "काश! ये खबर हा गलत होतिस गुरुदेव जी पर होनी के सामने हमन नतमस्तक हन.
तब गुरुदेव जी ह मोला बताइस कि हफ्ता भर पहिली मोर ले गोठ -बात होय रिहिस कि गुरुदेव जी महू ह छंद सीखना चाहत हवँ. मोला आप मन ह शिष्य के रुप मा स्वीकार कर लेहू. मोर बिनती हे गुरुदेव जी. तब गुरुदेव जी हा श्रद्धेय साकेत जी ला किहीस कि - ".नंद जी मँय हा आप ल का सिखाहूं . आप हा तो पहिली ले सुग्घर -सुग्घर रचना लिखत हवव .सबो डहर छाय हवव. " ता नंद कुमार साहू जी ह बोलिस कि " गुरुदेव जी छंद के छ अउ आपके मेहा गजब सोर सुने हवँ. मँय हा आप मन ले छंद सीखना चाहत हवँ गुरुदेव जी. मोला निरास झन करहू. "
श्रद्धेय नंद जी के सरल, सहज अउ सरस
व्यवहार ले गुरुदेव जी हा गजब प्रभावित होइस. वोला अपन अगला सत्र मा छंद साधक के रुप मा सामिल कर ले रिहिन पर ये छंद सत्र हा चालू होय ले पहिली नंद कुमार साहू ह 19 अप्रैल 2021 म 58 वर्ष के कम उम्र म ये दुनियां ल छोड़ के चल दिस.
जब ये साल के छंद सत्र हा शुरु होइस ता गुरुदेव निगम जी ह मोर करा मेसेज करिस कि "- आज नवा छंद सत्र शुरु होय के बेरा मा श्रद्धेय नंद कुमार साहू साकेत के गजब सुरता आथे. उंकर याद करके मोर आँखी हा डबडबागे. "
सरल, सहज, सरस, मृदुभाषी, हंसमुख व्यक्तित्व ले भरपूर अउ गजब प्रतिभा के धनी श्रद्धेय नंद कुमार साहू जी साकेत ल उंकर तीसरी पुण्यतिथि म सत् सत् नमन हे।
ओमप्रकाश साहू "अंकुर "
सुरगी, राजनांदगाँव (छत्तीसगढ़)
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