संत कबीर साहेब
*कबीरपंथ के छत्तीसगढ़ म विस्तार के सारगर्भित संकलन योग्य जानकारी।..... वंशगुरू दयानंद साहेब के संतान नि होय के कारण गुरुमाता कलाप देवी ह गृन्धमुनिनाम साहेब ला दू बरस के उमर म गोद लिन अउ वंशगद्दी परंपरा आघू बढ़िस।*
*अइसे माने जाथे कि यदि आवश्यक होही त गुरु गोसाई के वंशज के कोनो सुयोग्य बालक ला गोद लेके वंश परंपरा ला आघू बढ़ाय जाही अउ गद्दी सौंपे जाही। फेर गृन्धमुनिनाम साहेब ला गोद लेहे के बाद छत्तीसगढ़ के कबीरपंथी समाज अउ अनेक साधू महंत मन विरोध म काबर उतर गिन अउ खरसिया म नया गुरुगद्दी स्थापित करिन जेन हर अभी घलो निहंग परम्परा म आघू बढ़त हे?*
*आचार्य गृन्धमुनिनाम साहेब ला गोद लेहे के विरोध के मूल कारण ये रहिस कि ओमन गुरु गोसाई परिवार ले संबंधित नि होके ब्राह्मण परिवार के संतान रहिन। विरोध करने वाला मन के कहना रहिस कि चूकिं गृन्धमुनिनाम साहेब गुरु गोसाई परिवार ले संबंधित नि हे त उनकर गोद लेहे म वंश खंडन होवत हे। ये विरोध के स्वर दशकों तक बने रहिस अउ कालांतर म षड़यंत्र के तहत गृन्धमुनिनाम साहेब के प्रथम पुत्र के जहर देके हत्या कर दिये गिस।...... कबीरपंथ के वर्तमान चौदहवें धर्मगुरु आचार्य प्रकाशमुनिनाम साहेब वस्तुतः गृन्धमुनिनाम साहेब के द्वितीय सुपुत्र हैं। जहाँ तक मोर जानकारी हे आचार्य गृन्धमुनिनाम साहेब जौन ब्राह्मण परिवार ले गोद लिये गे हें वोही परिवार ले संबंधित सुप्रसिद्ध महिला साहित्यकार स्व निरुपमा शर्मा घलो रहिन।*
*कालान्तर म पंथ गुरु गृन्धमुनिनाम साहेब कबीर धर्म के उद्भट विद्वान के रूप म देश भर म स्थापित होइन अउ देश भर के कबीरपंथी विद्वान साहित्यकार मन ला एक मंच म लाके कबीर पंथ के प्रचार-प्रसार म अपन जीवन ला समर्पित करिन।*
*आचार्य गृन्धमुनिनाम साहेब के विद्वता, समर्पण अउ सार्वभौम मान्यता के कारण विरोध के स्वर स्वतः खत्म होगे। सन् 1991 म आचार्य गृन्धमुनिनाम साहेब के निधन के बाद वर्तमान आचार्य प्रकाशमुनिनाम साहेब पंथ के 14 वें आचार्य के रूप म गद्दी म बइठिन।*
*छत्तीसगढ़ म कबीरपंथ के बारे म कुछ ऐतिहासिक जानकारी जेन ला परिस्थितिवश विस्मृति के गर्भ म ढकेल दिये गे हे- आज वोही जानकारी साझा करे हौं।* 🙏🌹
- डाॅ विनोद कुमार वर्मा
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