ममा जी ल पत्र
स्थान रयपुर
तारीख ११.०७.२०२३
पूज्य ममा जी
परनाम
आदरणीय ममाजी हमन ईहा बने बने हवन आशा हावय ऊहा सब्बोझन भगवान के कृपा से बने बने होही ममा दाई आऊ मामीजी ल सादर चरण वंदन ममा दाई के तबियत कैसे हे चिट्ठी मा बताहू लइका मन स्कूल जावत होहि अइसे मोला लगत हे
आगे सामाचार ये हे ममा येती पानी ह सरलग गिरत हवय जेकर सेती खेत मन पानी म भरगे हे धार चलत हे हमर गांव के किसान मन बोवाई नय होए के कारण चिंतित हे किसान मन के बारह महीना के खेती जादा पानी के कारण कहीं खराब न हो जय
सावन ह पंद्रह दिन बीते चाहत हे
पहिलि हरेली म किसान नागर कुदारी ल धो के पूजा करके रख डरत रहीन ये बछर बोवई के काम बच गए हे l
ममाजी आप मन के कोती का हाल चाल हे चिट्ठी म जरूर बताहु
ममा दाई के तबियत के बारे आऊ खेती बारी के बारे म खचित बताहु
ममा दाई के पैलगी आऊ लइका मन ल खूब सारा प्यार l
आपका भाचा
मोहन
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