Saturday 4 May 2024

किताब - छत्तीसगढ़ी का सम्पूर्ण व्याकरण



किताब - छत्तीसगढ़ी का सम्पूर्ण व्याकरण 


( छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग, छत्तीसगढ़ शासन के सहयोग ले प्रकाशित)


संस्करण - 2024 ( तीसरा)

प्रकाशक - वदान्या पब्लिकेशन, नेहरू नगर, बिलासपुर 

लेखक -  डा. विनय कुमार पाठक 

              डा. विनोद कुमार वर्मा 





छत्तीसगढ़ी के संपूर्ण व्याकरण के तीसरा संस्करण हे खास 


किताब हमर  मितान  जइसे होथे। येकर ले जउन मितानी कर लिस वोहा अकेला नइ राहय। किताब म नाना प्रकार के जानकारी मिलथे। किताब ले हमर गियान म बढ़ोत्तरी होथे। बने किताब हमर जिनगी ल सही रस्दा म ले जाथे त अश्लील साहित्य जिनगी ल नरक कोति ढकेल देथे। त हमला बने किताब पढ़ के बुधियार बनना चाही न कि गलत किताब पढ़ के मूरख बनना चाही।  


  छत्तीसगढ़ी छत्तीसगढ़ी शब्दकोश, व्याकरण ले संबंधित कतको किताब पढ़े ल मिलथे। अइसने एक सुघ्घर किताब हावय  - छत्तीसगढ़ी का सम्पूर्ण व्याकरण ( छत्तीसगढ़ी व्याकरण के मानक मार्गदर्शिका) के तीसरा संस्करण। येकर लेखक हे आदरणीय डा. विनय कुमार पाठक जी अउ आदरणीय डा. विनोद कुमार वर्मा जी। ये किताब ह छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग, छत्तीसगढ़ शासन के सहयोग ले प्रकाशित होय हे। ये किताब ह प्रतियोगी परीक्षा के तैयारी म लगे लइका मन  बर अब्बड़ उपयोगी हावय त साहित्यकार अउ साहित्यप्रेमी मन बर घलो बने काम के चीज हावय। ये किताब ह 388 पेज के हे अउ 9 खंड म बंटे हावय।


  ये किताब म छत्तीसगढ़ी के उत्पत्ति के विकासक्रम, छत्तीसगढ़ के भाषिक स्थिति अउ छत्तीसगढ़ म लिपि के इतिहास, छत्तीसगढ़ी भाषा अउ देवनागरी लिपि, छत्तीसगढ़ के प्रमुख बोलियां, शब्द साधन , संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, वाच्य,अव्यय/ अविकारी शब्द,कारक,काल, लिंग, वचन, छत्तीसगढ़ी म विराम चिह्न मन के प्रयोग, छत्तीसगढ़ी म सन्धि,समास,रस, छंद, अलंकार, लोक साहित्य अउ लोकोक्तियां,हाना, मुहावरा,जनउला , छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग, छत्तीसगढ़ भाषा के विकास म समाचार पत्र -पत्रिका, रेडियो अउ सिनेमा के भूमिका ,छत्तीसगढ़ी भाषा ले संबंधित थोरकुन जरूरी सवाल - जवाब,छत्तीसगढ़ी के महिला साहित्यकार अउ  उंकर रचना ,छत्तीसगढ़ी के साहित्यकार अउ उंकर , लोक व्यवहार म छत्तीसगढ़ी ,पाद टिप्पणी (टिप्पण लेखन ),विलोम शब्द, अनेक शब्द मन बर  एक शब्द छत्तीसगढ़ी भाषा: तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशज, संकर शब्द ,लोक व्यवहार म प्रयोग होवइया जरूरी शब्दावली: हिंदी -अंग्रेजी -छत्तीसगढ़ी,  संख्याएं, छत्तीसगढ़ी -हिंदी _संस्कृत_- अंग्रेजी,  छत्तीसगढ़ी शब्दकोश, प्रशासनिक शब्दकोश: हिंदी- अंग्रेजी- छत्तीसगढ़ी के सुघ्घर समावेश करे गे हावय। 

किताब म हिंदी के 52 वर्ण ल छत्तीसगढ़ी म घलो बउरे पर जोर दे गे हावय। अपभ्रंश शब्द के उपयोग ले बांचे बर बल दे गे हावय। येमा उदाहरण देके समझाय गे हावय कि कइसे अपभ्रंश के उपयोग ले अर्थ के अनर्थ हो जाथे। ये किताब म एक चीज अउ हट के हे वोहे छंद के बारे म। किताब म छ्न्द के बारीकी पक्ष के बारे म जानकारी दे गे हावय जउन ह आने छत्तीसगढ़ी शब्दकोश म नइ देखे ल मिलय। कतको छत्तीसगढ़ी छंद के नियम उदाहरण सहित बताय गे हावय। छंद के छ आंदोलन के बारे म चर्चा हावय अउ येकर ले जुड़े खास छंदकार मन के किताब अउ उंकर प्रमुख रचना के उल्लेख हावय। ये अंक म छत्तीसगढ़ अउ छत्तीसगढ़ी के जुन्ना पीढ़ी के संगे -संग नवा पीढ़ी के साहित्यकार मन के हिंदी अउ छत्तीसगढ़ी म योगदान के उल्लेख करे गे हावय।  किताब के ये तीसरा संस्करण  खास हे।  त बुधियार साहित्यकार अउ अउ प्रतियोगी परीक्षा के तैयारी म लगे लइका मन ल ये किताब ल जरूर पढ़ना चाही। छत्तीसगढ़ी के संपूर्ण व्याकरण के तीसरा अंक खातिर भाषाविद आदरणीय डा. विनय कुमार पाठक जी अउ आदरणीय डा. विनोद वर्मा जी ल गाड़ा -गाड़ा बधाई अउ शुभ कामना हे।


        ओमप्रकाश साहू "अंकुर"

     सुरगी, राजनांदगांव

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