Saturday, 8 January 2022

जंगल राज-2* --------------------

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                *जंगल राज-2*

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         *( छत्तीसगढ़ी लघुकथा )*


           सलाह देवइया मन बघवा ल सलाह दिन कि अभी के समय हर आने चलत हे , लोकतंत्र -जम्हूरियत के हवा बोहात हे, तेकर सेती तँय अपन ड्रेस -डबाली गेटअप उवा ल बदल ले ,येई म तोर भलाई हे ।


       सिरतो म बघवा डरा गय ।अब वोहर अपन राजमुकुट ,शाही परिधान ल लुका दिस ,अउ सलाह देवइया मन कोती ल मुकुर मुकुर देखे लागिस ।


            परामर्शदाता मण्डल के एक सदस्य हर फेर तीर म जाके वोकर कान म फुसुर- फिया करिस ।


            अब तो बघवा  टोपी कुरता पजामा अउ गला म रंगीन गमछा धर के नमस्कार करत निकलिस ।


       सब्बो जिनिस हर तइहा च असन रहिस,खाली बघवा के ड्रेस भर हर बदले रहिस।


*रामनाथ साहू*

*देवरघटा ( डभरा )*

*जिला-जांजगीर चाम्पा*

*छत्तीसगढ़-495688*



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