रोज एक पुड़िया 😃
नानकुन कहानी
" सब राजी "
गाँव भर के लोगन मन सकलाये रहिस l सियानहा कम झन जवान मन जादा रहिस l दुर्गा मंच के उद्घाटन कराये बर l
चुनाव होय के बाद फेर ओकर झार बनेच दिन ले उड़त रहिथे l जेन जीतीस तेन बहुत कम वोट ले l हारिस तेखर दबदबा अभी भी हे l
इही मेऱ पउर साल कबड्डी,रस्साखींच,कूद फुगड़ी दौड़ सब होय रहिस l वो खेल के हार जीत म सबला आनंद आये रहिस l ये हार जीत म आधा झन मुंह फुलाए हे आधा झीन मुड़ी ओरमाए हे l वोटिंग मशीन संग खेल होइस ना l
खड़े होके एक झन कहिस -
"नवा विधायक बने हे उही ला मुख्य अतिथि बनाबो l " बात ला काटत दूसर कहिस -
" वो तो अभी बनिस हे lपूर्व विधायक के निधि ले बने हे
ओला मुख्य अतिथि बनाओ l"
"फेर रस्सा खींच शुरू होही l
अइसन म माते गाँव नई सुध रय l मुख्य अतिथि बना लेना इज्जत के सवाल बन गे हे l एक झन कहिस -वोकर ले बीराजो दीदी करा उद्घाटन कराना ठीक हे l हव ओकरे करा उद्घाटन करा बो l" केदार सियान ह सुझाव दीस l "सबको सम्मति दे भगवान, बिगड़े मति ला हर भगवान l" lतीसर मत बने लागिस l बीराजो दीदी ठीक हे l जउन नवा नवा रोजगार करे के प्रशिक्षण देथे l हमरे गाँव के बहू हे l गाँव के नाम रोशन होवत हे " उजियार रोजगार कार्य शाला " l
पार्टी -सार्टी अउ नेता- फेता के चककर छोड़ो अभी l बबा बने सुझाव दीस l ठीक हे l बस तो
होगे फाइनल l
बिन पार्टी के बात होही तभे सुमत बनथे l नई तो सब पार्टी के खात हे पार्टी बर मरत हे पार्टी ल लेके गाँव म दुपार्टी के खेल खेलत हे l दूरमत फैला के राखे हे पार्टी हर l झगड़ा के जड़ मुख्य अतिथि होथे l अपन अपन घर जावत -जावत इही सोचत रहिन सब l
सब राजी होगे एक मत म l काम करथे तेला मान सम्मान दव lहमर गाँव ला हम नई संवारबो त कोन संवारही l
मुरारी लाल साव
कुम्हारी
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