26 मई 2023
बहुत दिन के बाद आज कुछु लिखे के मन लगिस हे । उम्मर होगिस न ते पाय के कागज कलम के संग साथ छूटत जावत हे दूसर बात के राजनीति के दांव पेंच , समाज के विसंगति , साहित्य संसार के सम्मान समारोह असन बात मन ल लिखे के मन नइ लागय । तीन चार दिन ले कलम ल धर के छोड़ देवत रहेंव फेर आज नइ च रहे सकेंव त अलमारी ले जुन्ना चिथरा फटहा डायरी ल निकाले हंव ..।
यू पी एस सी के result पढ़े रहें मारे खुशी के आँखी छलक गिस , मेरिट मं सरलग चार झन नोनी मन के नांव ...एदे रे जागिन हे हमर देश के बेटी मन ...। फेर महू तो मनसे च आंव न भाई! त थोरकिन जलन होइस चिटिकन हिजगा जागिस के हमर छत्तीसगढ़ के नोनी मन कब एतरह जागहीं ? भगवान के दया के 24 मई के सुरुज जादा जगर मगर करत उइस तभे तो रविशंकर विश्व विद्यालय के दीक्षांत समारोह के सम्मानित मंच मं गोरी नारी , मंझोलन कद काठी के बुटबुट ले सुंदर नोनी शिवांगी शुक्ला पांच ठन स्वर्णपदक पा के छत्तीसगढ़ मं इतिहास के नवा अध्याय लिख दिस । बी .ई के बाद एम . बी .ए करे हे ये गुनवंतीन बेटी हर । शिवांगी के महतारी बाप श्री राकेश शुक्ला , माधुरी शुक्ला के गरब गुमान के का कहना ?
आज गुनत हंव के शिवांगी असन बेटी , बहिनी मन बाप भाई , घर समाज ऊपर बोझा नोहयं । दाइज डोर के बंधन , रंधनही घर के चौखट , मइके ससुरार के हरकना बरजना सबो ले ऊपर उठ के अपन नांव जस बगराये मं सक्षम हो गए हें । अइसने नोनी मन ल कन्या रत्न कहे जाथे ।
मन के खुशी सम्हारत नइ बनत रहिस गुनेवं के लिखे च भर मं बात नइ बनय त शिवांगी के फोटो ल डायरी के इही पन्ना मं चटका देवत हंव ..। भगवान से बिनती करत हंव हमर छत्तीसगढ़ के अवइया पीढ़ी के बेटी मन अइसने नांव जस कमा के अपन परिवार संग , देश राज के नांव उजागर करयं ।
सरला शर्मा
दुर्ग
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