Saturday, 1 April 2023

नान्हे निबंध नोनी तोर सात जनम

 नान्हे निबंध


   नोनी तोर सात जनम


             संसार म कथा बहुत हे l जतका कथा हे सबके इही सार बिन नारी के कथा  अधूरा हे l   मनु ला सतरूपा चाही  दुनों के मरजी  संसार  कइसे बढ़य l

             कोरी खैरखा कौरव मन बिन नोनी के बंस l सत्यानाश होगे कुल के मरजाद रखैय्या नहीं l

                द्रोपदी एक झन  पांच पति पांडव l ओकरो चीर हरण  कथा  

महाभारत के l

           नोनी आइस सीता धरती ले जनक के गोद मे l दशरथ के बहु भगवान राम के जोड़ी दार संगनी l

           ओकऱ पहिली शिव कथा  माता पार्वती के भूत नाथ भोले संग l

           कथा  ऊपर कथा  सबो कथा  म नारी के व्यथा l नोनी ले नारी बने हे नर नारायन ले नारायनी l

           नोनी तोर पहिली जनम आंसू  दूसर जनम तिरिया तीसर जनम मरजादी चौथा जनम साथी  पांचवा जनम दाई ददा के सहारा  छठ वां जनम राखी  अउ सातवां जनम अभागिन l

           तोर भाग ला अब का कहन l नोनी अस l तोर सातों जनम अबिरथा नई जाय l बिन नोनी के घर  परिवार  समाज पथरा ए l कलेजा के टुकड़ा काला कइथे  नोनी ला l

      मुरारी लाल साव

      कुम्हारी

No comments:

Post a Comment