Thursday 25 January 2024

आज के राशिफल*.

 *आज के राशिफल*.      


      बिना महुरत देखे जनम धरेंन, जीयत भर शुभ महुरत खोजेन अउ बिना महुरत के दुनिया ले बिदा घलो हो जथन। शुभ घड़ी शुभ महुरत खटिया के मुड़सरिया गोड़सरिया घर के मोहाटी बर उत्ती बुड़ती बर बिहिव मा रास बरग जनम बर नामकरन अउ कोन जनी का का बर पंचाँगी पन्ना खोधियाना परथे। अभी तक इँकर शुभ अशुभ फल बताए ले हमर उपर का फरक परथे सउँहत परिणाम देखे बर नइ मिले हे। हमर असन मन वर्तमान के चिंता मा चितियाय परे हवन तौ भविष्य के का गोठ करन। हमर असन कतको हे जेकर आगू दिन बर अँजोर के दउहा नइये। तब समझ जाना चाही कि हम मनहूस घड़ी मा जनम धरे हन। अँधियार मा मुँसवा रेंगथे तेहू हर बिलई कूदे कस लागथे। जेकर उपर बिसवास करना घलो मजबूरी हो जथे। अँधियार मा फूटे कनोजी घलो अपन दसा के करता ला नइ  बताय। तब अँखमुँद्दा  बिसवास करना परथे। अउ नइ करबे तब जे मन पंचाँग लिखत हे कुंडली अउ भविष्य बतावत हे उँकर दुकान के का होही।

         धन धरम अउ धंधा के महायोग के संजोग ले लछमीपति होवत देरी नइ लगे। ये अलग बात हे कि दौलत राम अउ धनसिंग नाम के हर बाढ़ी खाके करजा मा जीयत हे। भरोसा अउ भगति के सँग महादान के पूछी धरके बैतरी पार हो सकत हस तब एकादकनी अखबारी राशिफल पंचाँग उपर घलो मन मड़ा के भरोसा कर। नइ करबे तब इन पंचाँगी मन के पेट अउ परिवार के का होही। बेरोजगारी के दौर मा इँकर हाथ मा कुछ तो काम हावे। झाड़ू राम फेकन कचरा बाई बुधारू मँगलिन खोरबाहरा असन नाम तो बिना पंचाँग देखे जनम धरे के बखत मुँहूँ ले जौन निकल जाय सदा दिन बर पहिचान बन जाय। इही उदुपहा धरल नाम के उपर कभू चंद्र सुर्य ग्रहण के शुभ अशुभ फल के असर नइ होइस। न तो सम्मार शनिच्चर  फलदायी होइस। वोइसे भी जिंकर राशि मा बारोमासीशनिच्चर झपाए हे बाँचे खोंचे देंह के हाड़ा दान करके कते दोष ला कटवाही। पेट भर भर के पेट निकालत  हे। वो मन हमर असन ला दान करतिस ते हमरो शुभ दिन आतिस। फेर अइसन करना तो विधान के खिलाप हे। ज्ञान चक्र ये कथे कि अन्न दान धन दान वस्त्र दान के सँग एक्कइस झन नव ग्रह के सेवक मन ला भोज करवाना परथे। अउ कहूँ अतका करम नइ करे तब जिद्दी शनिच्चर हर तोर नाम अउ राशि के उपर अढ़ई साल ले परिक्रमा करत रही।

             हमर कोती अखबार के एक कोंटा मा रोज राशिफल छपे रथे। बारा महिना मा बारा राशि के फल दसा सबो राशि मा घूमत रथे। जे आज तोर मा छपे हे काली मोर मा रही। फेर अपन ला पढ़के मन ढाढस मा तो रथे कि आज के दिन शुभ हे। हमर परोसी चिंताराम ला रोज अखबारी राशिफल देखे के आदत हे। ओकर राशि मा लिखे गोठ कतका सच होथे उही जाने। आज ओकर राशि मा शुभ दिन के सँग धन प्राप्ति के योग लिखाय रिहिस। फेर ये उल्लू वाहिनी आये तो आये कते डहर ले। झूठ बोले के धोखा देय के गुन तो सीखे नइये। ईमानदारी के थइली मा चिल्हर ला बजा बजा के रेंगके जेबकतरा मन के काम ला असान कर देथे। तभो ले मनभ मा बिसवास तो बने हे कि कोनो डहर ले लछमी उड़ाके आही। इही शुभ दीन चिंताराम बिजली बिल पटाए बर बिजली आफिस गेय रिहिस। भीड़ अउ धक्का धूमी मा चिंताराम के पाकिटमारी होगे। बिचारा बिना बिल पटाय मुँहूँ ओथराय घर आगे। दिन शुभ आउ धन प्राप्ति के योग तो पाकिटमार के रिहिस। सच यहू हे कि जेब कतरा अउ पाकिटमार मन के मन के दिन शुभ चलत हे। चाहे वो राजकीय जेबकतरा होय चाहे प्रशासनिक। इन पाकिटमार मन कभू राशिफल देखके नइ निकले। काबर कि इँकर उपर उल्लू वाहिनी के किरपा सदा बने रथे। ये मन राशिफल देखके निंही धन राशि देखके काम शुरू करथे।

         भरम तो मोरो वो दिन टूटगे जब मोरो राशि मा दाम्पत्य जीवन सुखमय अउ घर मा सुख शांति लिखाय रिहिस। बिहनिया ले घरवाली सँग खटर पटर होगे। जेकर ले चाय नास्ता नइ मिलिस। झगरा के मारे बिना टिफिन के काम मा जाना परिस। अब राशिफल बनाने वाला ला कोसवँ कि धन्यवाद देववँ। हम तो अतका जानथन कि चंदा ला गरहन धरे चाहे सुरुज ला, राशिफल बताये के पहिली जान लेथन कि जतका अशुभ फल होने वाला हे हमरे उपर होही। पंचाँग के सबो पन्ना ला खल्हार निमार के बिहाव के शुभ दिन घड़ी पाख महुरत बताय रिहिस। फेर ये नइ बताइस कि लगिन बर नंगत अकरस पानी गिरही। मोर बिहाव के मँड़वा पंडाल हवा बँड़ोरा मा उड़ागे। तभो पंचाँगी ला दोष नइ दे पायेंव। 

एक झन अचार्य जी मोर कपार के रेखा देखके कहि दिस कि तोर राजयोग के संजोग हे। सिंघासन सुख भोगे के लालच मा पाँच बखत चुनाव लड़ेंव पंच तको नइ बन पायेंव। आखिर मा वो किहिस कि, बेटा जनाधार के खेती मा धनाधार के जल रितोय बर परथे। बड़े बड़े राहू केतू से लेके छोटे छोटे गिरहा के मूँड़ी मा रुपिया माला पहिराय बर परथे। पहिली गिरहा टोरवा पाछू सबके गिरहा टोरइया खुदे बन जबे। ठग फुसारी झूठ लबारी के गुन आगू चलके खुदे सीख जबे। नामकरन के दोष ले देश के तरक्की मा संका होवत हे। भारत नाम मा तरक्की होही कि इंडिया हिन्दुस्तान मा एकर खोज शुरू हो गेहे।

              जिंकर घर रोज धन बरसत हे उँहा शनि पाँव नइ रखे। जिंकर घर उल्लू वाहिनी के छाँव नइ परे उँहिचे सबो राहू-केतु मन डेरा डारे रथे। सुख अउ शांति राशिफल देखके निंही धनबल देखके आथे। रूखा सूखा खाके चैन के नींद सोथन उही हमर शांति आय। बिना राशिफल देखे उढ़रिया भगाके बिहाव करथे तेनो मन सुखी रथे। पंचाँग देखके गुन राशि मिलाय रिहिन तेमन कतको झन रात दिन के तनातनी ले तंग आके मइके मा बइठे हे। कतको झन के ससुरार दहेज के समान देखके दुखी हे। ओकरे सेती कतको सास कंकाली रुप धरके बहू बर खप्पर धरके नाचत हे। पंचाँगी मन कथे कि ग्रह नक्षत्र के असर ले देश मा उथल पुथल हे। राजनीति मा उठापटक हे। अर्थतंत्र डाँवा डोल हे। फेर ये नइ बताय कि व्यवस्था मा झोल हे। निचे से उपर तक के तंत्र मा पोल हे। छोटे सँग बड़े के अमीर सँग गरीब के राशपाटी माड़ जही वो दिन कोनों ला शुभ दिन के राशिफल देखे के जरूरत नइ रही।

         भाग्य रेखा के लेखा जोखा रखइया मन करम रेख के लेख ला कतका पढ़ पाहीं। तकदीर के लेखा जोखा पाप पुन्न दान धरम के बही खाता कोन रँग के सियाही मा लिखाय हे कोनो नइ बताय। फेर अतका बताथें कि मुँदरी के पथरा तकदीर बदल देथे। मोर असन मनहूस ला ये पथरा मिल जाय तब पारा के उन चार घर ला पहिली देतेंव जिकर चुलहा लटपट जरथे। इँकर शुभ दिन बर बनत योजना ला दुरगत करे बर कोनों न कोनों बड़का बँड़वा बिलई मन रसता काटत हे। तभोले जेमन भाग्यरेखा अउ भविष्य फल बताये के दुकान चलावत हे। उँहा हमर असन मन भरम खरीदे के तरीका खोजत रथन। झूठ फरेब अउ भरम के दुनिया मा जीयत हावन, तब तो एकातकनी एकरो उपर भरोसा करे मा का हरज हे। मन मा कुछ देर सही ढाढस तो रही शुभ दिन के। एकरे सेती देश दुनिया के काल चक्र सँग अपनो शुभ दिन जाने बर अखबारी राशिफल ला झाँख लेना चही। हो सकथे धोखा मा आज के दिन शुभ हो जाय।


राजकुमार चौधरी "रौना" 

टेड़ेसरा राजनांदगांव।

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