Monday, 11 November 2024

नानूक कथा फैसला

 नानूक कथा 

             फैसला 

सब सकलाये रहिस  सुने बर l परेमीन के आवेदन आये हे  -"मोर आदमी जादा गोठियाथे मोला संग म नई रखँव कहिथे l" 

"ले जी बनऊ पूछ तहीं हर " कांशी ह कहिस l 

बनऊ पूछथे  परेमीन ला -"नोनी  कब जादा गोठियाथे अउ का गोठियाथे? "

परेमीन बताइस -उहीच उहीच गोठ करथे मोर आदमी ह 

" मय कमायेव  अतेक बनायेव 

आघू पाछू कोनो नई हे... I 

अब तोला नई रखँव l"

बनऊ ओकर आदमी(पति )से 

"हां तै बता - जादा काबर गोठियाथस? नई रखँव काबर कहिथस?

लम्बा चौड़ा झन बताबे नानकिन करके बता l "

ओकर आदमी कहिस  -" ए बच्चा नई देवत हे अउ मोर बच्चा नई हे l" सुने के बाद 

फैसला सुनाथे -" दूनो संघरा रहो,चुप रहो,कमाओ खाओ जादा झन गोठियाये कर l भगवान के हाथ म हे उही दिही l" उही फैसला ले आज परेमीन खुश हे ओकर पति आज ले चुप हे l


-मुरारी लाल साव 

कुम्हारी

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