Friday 20 November 2020

पत्रकारिता-नीलम जायसवाल

पत्रकारिता-नीलम जायसवाल

 *फालोअप पत्रकारिता या अनुवर्तन समाचार संकलन* - 


फालोअप या अनुवर्तन के शाब्दिक अर्थ आय - पीछा करना।

   आजकल जब एक समाचार ल पाठक पढ़थे, या दर्शक समाचार देखथे। त कोनो घटना के बाद का होइस ये जाने के साध बाढ़ जथे। अउ आगे के समाचार ल  जानना चाहथे। पत्रकार मन ला बने बनाए विषय मिल जथे। तो उहू मन के समाचार के आदि से अंत ले पीछा करथे,अउ ओखर पल पल के जानकारी जनता ल देवत जाथे। जइसे कोनो चोरी-डकैती या हत्या काण्ड के घटना के बाद पुलिसिया कार्रवाई के जानकारी, अपराधी पकड़ाइन कि नहीं, ओखर जानकारी।ओला हवालात लेगिन कि कोर्ट लेगिन ओखर जानकारी,जमानत होइस कि सजा ओखर जानकारी।अइसना सरलग समाचार देवत जाथें। अइसना करके समाचार के सीरियल जनता बर बाँध के रखें के काम करथे। ये हर उत्तम पत्रकारिता के उदाहरण हरय। कुछ दिन पहिली,घटे आरुषी हत्याकांड एखर एक उचित उदाहरण हरे। जेखर, रिपोर्टिंग या कहें जाय समाचार संकलन सभे मीडिया म सरलग चलिस। चाहे ओ दूरदर्शन होय या समाचार पत्र। अउ अभी के ज्वलंत उदाहरण बर मुंबई के सुशांत सिंह राजपूत के समाचार ल ले सकथन जेमा हर पत्रकार,ओखर बारे म हर पल के समाचार देवत रहय अभी भी ओ केस के पत्रकारिता जारी हवय। 

  ये मन कुछ फालोअप जर्नलिज्म या अनुवर्तन पत्रकारिता के उदाहरण हवँय।

 सादर।🙏

नीलम जायसवाल, भिलाई, दुर्ग, छत्तीसगढ़।

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