Thursday 20 October 2022

चिठ्ठी पाती

चिठ्ठी पाती

 श्री गणेशाय नमः        

इंहा कुशल राखे रघुराई, उॅहा कुशल सब भाॅति सुहाई।


मयारू बेटा, 

               शुभ आशिष        

बेटा धनीराम हम सब इंहा कुशल मंगल से हावन ।आसा करथवॅ कि तहूं मन उपर वाले का किरपा ले बने बने होहू। अब्बड़ दिन होगे तोर एक्को ठन चिट्ठी पाती नइ आय हे । लइका मन के पढई लिखई कइसे चलत हे। तबियत पानी कइसे हे। काम धाम के का हाल हे । संसो करत चिट्ठी के अगोरा मा रेहे रथन। काम के भार होही तभो ले समे निकाल के खबर भेजे कर। 

         आगू के हाल अइसन हे कि तोर दाई ला एक डेढ हप्ता ले बुखर धर ले रिहिस। तेकर सेती कमजोरी आ गेहे। देवारी तिहार लक्ठा गेहे खोजे बनिहार नइ मिलत हे। घर के सबो काम बूता बगरे परे हे। बड़े गाय हर बछवा बियाय रिहिस। पॅदरा दिन ले बने रिहिस अउ अपने अपन बिमार होगे ढोर डाक्टर ला घलो देखायेंव फेर नइ बाॅचिस। तीन ठन टेपरी के हरूना धान देवारी बर लुए के लाइक हो गेहे । एसो हमर कोती रहि रहि के पानी पेरत हे तेकर सेती बियारा बखरी बनाय बर दिक्कत होवत हे। बइला कोठा पानी के मारे जोरंग गेहे । सबो काम बुता के सेती चेत हरा गेहे। चिट्ठी लिखे के अतके कारन हे बेटा कि बहुरिया कौशिला ला देवारी के अठुरिया पहिली भेज देते बेटा, ते तोर दाई सॅग काम बुता मा हाथ लगातिस। तैं तो जानतेच हस बने रहय त कतको काम ला खुदे हपाट डरे।अब सियाना शरीर अउ जर बुखार मा अइसने लथर गेहे।आसा करथवॅ कि मोर बात ला भरोसी ले चेत करबे।

         सरलग तीन चार साल के देवारी बर तोर लानल कपड़ा मन एके दू बेर बउराय हे । ताहने सबो धराय हे। एसो देवारी बर मोर बर नवा कपड़ा लत्ता झन लेबे। धान पान बेंच के एसो ओदरे भसके कोठा ला बनाना जरूरी हे ओमा थोर बहुत तहूं मदद करबे। बोनस के पइसा ला जादा खरचबे झन।

        बाकी सब तो बने बने हे। तिहार बर घर आबे तब घरू गोठ अउ गोठियाबो। फेर बहुरिया ला पहिली भेज देबे इही अरजी हे। हमर दुनो झन के डहर ले मयारू नतनिन अउ नाती कोमल ला गंज अकन मया दुलार बहू अउ तोला शुभ आशिरवाद । सदा सुखी रहव।

 

                    तोर बाबू जी

                     जोखूराम

                  ग्राम--जरहा भाजी।

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