Thursday 14 April 2022

छत्तीसगढ़ी मा सार्वनामिक विभक्ति

 छत्तीसगढ़ी मा सार्वनामिक विभक्ति


: *उत्तम पुरुष मैं के एकवचन अउ बहुवचन रूप*



*कारकचिन्ह * *एकवचन* *बहुवचन*

कर्ता-मैं, मही । हम हमन

कर्म-मोला,हम ला।हमन ला,हमू मन ला 

करण-मोर ले। हमर ले, हमर मन ले

सम्प्रदान-मोर बर  । हमर बर, हमर मन बर

अपादान-मोर ले ।हमर ले, हमर मन ले

संबंध-मोर मोरे, मोरे। हमर हमरे, हमार

अधिकरण-मोर में मोर ऊपर । हमर में, हमर ऊपर


शोभामोहन श्रीवास्तव

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 *मध्यम पुरुष तैं (छ.ग.)के कारण रचना रूप*




*कारकचिन्ह**एकवचन**बहुवचन*



कर्ता-तैं तैंहर । तुमन तुमन हर/तुमन हा। 

कर्म-तोला, तुही । तुमन ला,तुहू मन ला।

करण-तोर ले। तुँहर ले, तुँहर मन ले।

सम्प्रदान-तोर बर  । तुँहर बर, तुँहर मन बर।

अपादान-तोर ले । तुँहर ले, तुँहर मन ले।

संबंध-तोर, तोरे। तुँहर तुँहरे, तुम्हार, तुँहार

अधिकरण-तोरर में तोर ऊपर । तुँहर में, तुँहर ऊपर 


शोभामोहन श्रीवास्तव

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: *निश्चयवाचक सर्वनाम *यह* (छ.ग.)के कारक रचना रूप*



*कारकचिन्ह* *एकवचन* *बहुवचन*



कर्ता-ये, येहर, यही। येमन इही मन, यही मन। 

कर्म-येला । ये मन ला, यही मन ला।

करण-येकर ले। येकर मन ले।

सम्प्रदान-येकर बर  । येकर बर, येकर मन बर।

अपादान-येकर ले । येकर मन ले।

संबंध-येकर । येकर मन के, येकरे

अधिकरण-येमा, येकर ऊपर । येकर में, येकर ऊपर 


शोभामोहन श्रीवास्तव

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 शोभमोहन श्रीवास्तव: *अन्य पुरुष वो (छ.ग.)के कारक रचना रूप*




*कारकचिन्ह* *एकवचन* *बहुवचन*



कर्ता-वो वोहर, वही। वोमन उही मन। 

कर्म-वोला । वो मन ला, उही मन ला।

करण-वोकर ले। उँकर मन ले।

सम्प्रदान-वोकर बर  । उँकर बर, उँकर मन बर।

अपादान-वोकर ले । उँकर मन ले।

संबंध-वोकर । उँकर मन के, उँकरे।

अधिकरण-वोमा, वोकर ऊपर । उँकर में, उँकर ऊपर। 


शोभामोहन श्रीवास्तव

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