*// छत्तीसगढ़ी व्याकरण-"भूतकाल"//*========०००=======
*परिभाषा :- जऊन वाक्य म कर्ता द्वारा करे गए क्रिया ले बीते समय के बोध होथे | तऊने ल "भूतकाल" कहे जाथे* |
भूतकाल के ४ प्रकार होथे :-
(अ) सामान्य भूतकाल |
(ब) अपूर्ण भूतकाल |
(स) पूर्ण भूतकाल |
(द) पूर्ण अपूर्ण भूतकाल |
*(सामान्य भूतकाल):-*
*जऊन वाक्य के क्रिया ले बीते समय के बोध होथे | तऊने वाक्य ल सामान्य भूतकाल कहे जाथे |*
*जैसे :-*( लिखना क्रिया ले निर्मित वाक्य )
१. मैंने लिखा |
*(मैं लिखेंव)*
२. तुम ने लिखा |
*(तैं लिखे)*
३. हम ने लिखा |
*( हमन लिखेन)*
४. राम ने लिखा |
*( राम ह लिखीस)*
५. उन्होंने लिखा |
*( ओ मन लिखीन)*
*टीप :- शब्द उच्चारण के आधार पर लिखिस के बदले "लिखीस" अउ लिखिन के बदले "लिखीन" होना चाही का ?*
*(ब)-अपूर्ण भूतकाल :-* *जऊन वाक्य के क्रिया ले बीते समय के बोध होथे,लेकिन कार्य जारी रहिथे, पूर्ण नइ हो पाए रहै | ओ ला "अपूर्ण भूतकाल" कहे जाथे*
*जैसे:-*
१. मैं लिख रहा था |
*( मैं लिखत रहेंव)*
२.तुम लिख रहे थे |
*(तैं लिखत रहे)*
३. हम लिख रहे थे |
*(हमन लिखत रहेन)*
४. राम लिख रहा था |
*(राम ह लिखत रहिस)*
५. वो लिख रहे थे |
*( ओ मन लिखत रहिन)*
*टीप- अपूर्ण भूतकाल के क्रिया ल निरंतर जारी दर्शाए बर लिखत,पढ़त,खेलत के बदले -लिखते, पढ़ते,खेलते शब्द के प्रयोग ठीक रहिही का ?*
*(स) पूर्ण भूतकाल :- जऊन वाक्य के क्रिया ले बीते समय ल दर्शाथे अउ कार्य पूर्ण हो चुके रहिथे | तऊने ला "पूर्ण भूतकाल" कहे जाथे*|
*जैसे:-*
१. मैं लिख चुका था |
*( मैं लिख डरे रहेंव)*|
२. तुम लिख चुके थे |
*( तैं लिखे डरे रहे)*
३. वे लिख चुके थे |
*ओ मन लिख डरे रहिन)*
४. हम लिख चुके थे |
*( हमन लिख डरे रहेन)*
५. राम लिख चुका था |
*( राम लिख डरे रहिसे)*
*टीप:- इहां डरे शब्द के बदले "डारे" लिखना/बोलना ठीक रहिही का ?*
*(द) पूर्ण-अपूर्ण भूतकाल:-*
*जऊन वाक्य के क्रिया ले बीते समय के बोध होते अउ काम लगातार जारी रहिथे | तऊने ल "पूर्ण अपूर्ण भूतकाल" कहे जाथे |*
*जैसे :-*
१. तीन घंटे से पानी बरस रहा था |
*( तीन घंटा ले पानी बरसतेच रहिसे)*
२. वह दो घंटे से गीत गा रहा था |
*( ओ ह दू घंटा ले गीत गातेच रहिसे)*
३. मैं पांच घंटे से पढ़ रहा था |
*( मैं पांच घंटा ले पढ़तेच रहेंव)*
४. तुम दो घंटे से गा रहे थे |
*तैं ह दू घंटा ले गातेच रहे)*
५. वे लोग दो घंटे से रामायण पढ़ रहे थे |
*(ओ मन दू घंटा ले रामायण रहिन)*
टीप:- इहां गातेच, पढ़तेच,लिखतेच)ठीक होही का ,?
गया प्रसाद साहू
"रतनपुरिहा"
दि. २८.४.२०२२
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