*// छत्तीसगढ़ी व्याकरण- कारक रचना //*
=============
जऊन शब्द के सहायता से वाक्य म संज्ञा या सर्वनाम के संबंध म जानकारी होथैं, ओ ला "कारक" कहिथैं |
हिन्दी म कारक के संख्या ८ माने गए हवंय | तईसनेच छत्तीसगढ़ी भाषा म कारक ८ होथैं :--
*१. कर्ता कारक -"ने"*
उदाहरण- सोहन ने परीक्षा उत्तीर्ण की |
*छत्तीसगढ़ी व्याकरण*
*कर्ता-"ह"*
उदाहरण-सोहन ह परीक्षा पास करिस/ होईस
*२. कर्म कारक-"को"*
सोहन ने मोहन को बुलाया |
*छत्तीसगढ़ी व्याकरण*
*कर्म -"ल"*
सोहन ह मोहन ल बुलाईस |
*३. करण कारक- "से"*
सोहन से मोहन गोरा है |
*छत्तीसगढ़ी व्याकरण*
*करण कारक-"ले"*
सोहन ले मोहन गोरिया/गोरा हवय |
*४. सम्प्रदान कारक- "को के लिए"*
मोहन ने सोहन के लिए साइकिल खरीदी |
*छत्तीसगढ़ी व्याकरण*
*संप्रदान कारक- "बर, खातिर, वास्ते*
मोहन ह सोहन बर साइकिल खरीदीस/बिसाईस |
*५ अपादान कारक-" से"*
मोहन से सोहन अलग रहता है |
*छत्तीसगढ़ी व्याकरण*
*अपादान-"ले"*
मोहन ले सोहन अलग रहिथे |
*६. संबंध कारक-" का के की"*
मोहन का चस्मा काला है |
गीता की चस्मा नीली है |
*छत्तीसगढ़ी व्याकरण*
*संबंध कारक-"के"*
मोहन के चस्मा काला हे/हवय |
गीता के चस्मा नीला हे/हवय |
*७. अधिकरण कारक-"में पर"*
मोहन का घर बिलासपुर में है |
चिड़िया डाल पर बैठी है |
*छत्तीसगढ़ी व्याकरण*
*७. अधिकरण-"म"*
मोहन के घर बिलासपुर म हे/हवय |
चिरई डगाली म बैठे हे/हवय |
*८. संबोधन कारक-हे हो अरे !*
हे बालक ! तुम्हें कैसे चुप कराऊं ?
अरे मूर्ख ! तुम्हें कैसे समझाऊं ?
ओ हो ! यह तो बहुंत दुखद घटना है !
*छत्तीसगढ़ी व्याकरण*
*८ -संबोधन कारक-"अरे ! हे राम ! हाय राम ! ओ हो !*
अरे लईका ! तोला कैसे चुप करावौं ?
अरे मूरख ! तोला कैसे समझावौं ?
ओ हो ! ए तो बहुत दुखद घटना आय !
हे राम ! ओकर आत्मा ल शांति दे !
*गया प्रसाद साहू*
"रतनपुरिहा"
No comments:
Post a Comment