विधा - चिट्ठी
🙏🙏जय सिया राम🙏🙏
शुभ स्थान - लाल बहादुर नगर
तारीख - 23 -0-6-2021
मयारुक लहर जी
जय जोहार
मेहा मोर घर -परिवार सहित भगवान के कृपा ले बने -बने हवँ. बीच म कोरोना के असर हमरो घर म देखे ल मिलिस. अब सब बढ़िया से हवन.मोला बिश्वास हे कि आपो मन ह राम जी के कृपा ले ठीक -ठाक होहू. कका -काकी ल मोर डहर ले सादर पैलगी कह देहू. नोनी -बाबू ल अब्बड़ आशीर्वाद देवत हवँ.
याद हे लहर जी जब मोबाइल के सुविधा नइ रिहिस त कइसे एक दूसरा के सोर हमन चिट्ठी लिख के करन. आज मोरो मन ह चिट्ठी लिखे के होइस.
हमर पाथरी म काली सुग्घर ढंग ले बरसा होइस हे. मन ह मयूर जइसे नाचे ल लगगे.
लहर भाई जी जेठ ह बुलकइया हे अउ सुग्घर आषाढ़ अवइया हे.
अगास म करिया करिया बादर छाय हे. अइसे लगत हे जइसे आसमान ह काजर आंजे हे.सुग्घर
ढंग ले पुरवाही चलत हे. रुख -रई ल देखत हन त अइसे लगथे जइसे लहरा लहरा के नाचत हे. चिरई -चुरगुन ह खुश होके गावत हे. कोइली के मीठ आवाज ह हमर हिरदे ल खुश कर देथे.
बारिश होय ले छानी अउ छत ले सुग्घर ओरसा बोहात हे. गली म पानी बहत हे. लइका मन कागज के डोंगा ल बोहात हे. ओरसा के पानी ल हाथ म धरके
सींचत हे. वोमन एक दूसर ल खींचत हे. कई लइका मन गिद- गिद गली म भागत हे अउ बरसा के मजा लेवत हे.
एती किसानी के बात करन त हमर किसान भाई मन नाँगर -बईला ल धरके खेत जोते बर जावत हे. आज कल खेत म ट्रेक्टर हा जादा दिखत हे.समय के
सँग चलना घलो जरुरी हे. किसान मन थरहा लगात हे. कोरोना के सेति लइका मन ह स्कूल नइ जात हे त कतको लइका मन ह खेती किसानी म घलो थोर कुन हाथ बटात हे. खेत म माई -पिला गोबर खातू ल बगरात हे. कोंटा ल कुदारी म खनत हे.किसानिन अउ लइका मन नंगरिहा बर सुग्घर ढंग ले भात अउ रोटी धर के जावत हे. नंगरिहा ह खावत हे अउ लइका मन घलो झड़कावत हे. खाय के बाद किसान ह थोरकुन सुरतावत हे. एति नोनी -बाबू ह नाँगर चलाय बर अपन हाथ चलावत हे. त नान्हें लइका मन ल देखके बइला मन हरिया म नइ चलके दूसर कोति जावत हे. एला देखके वोकर बाबू -दाई मन खिला -खिला के हांसत हे.
खेत खार बोवात हे त धान ल नुकसान झन होय कहिके गरुवा मन ल बरदी डहर पहटिया के हाथ लगात हे. कई ठक गरुवा ह भगात हे त पहटिया ह नंगत कूदात हे. गरुवा मन के घंटी -घुम्मर ह सुग्घर सुनात हे. यादव मन बांसुरी बजावत हे. गरुवा मन आदर्श गौठान म जावत हे अउ सुग्घर ढंग ले कांदी अउ पैरा खावत हे.
हमर गांव डहर पर्यावरण ल बने रखे बर जवान सँगवारी मन पौधा लगात हे. वोला बचाय बर घेरा घलो डारत हे.
अउ तुंहर कोति का हाल -चाल हे तेला चिट्ठी लिख के बताहू लहर जी. आषाढ़ म मोर भतीजा के बिहाव होही त चार -पांच दिन मेहा सुरगी आहू त अउ बाकी सोर -खबर ल गोठियाबो. घर डहर बड़े भइया अउ छोटे भाई, भतीजा मन ले फोन म बीच -बीच म बात करत रहिथों. कोरोना ह भागही त साकेत के गोष्ठी म सकलाबो. ये कोरोना काल म गुजर चुके हमर साकेत साहित्य परिषद् के वरिष्ठ सदस्य श्रद्धेय स्व. यशवन्त कुमार मेश्राम जी, स्व. नंद कुमार साहू जी साकेत के
अब्बड़ याद आथे. आजो एको कनक बिश्वास नइ होय कि येमन हमर बीच से चले गेहे.अभी कोरोना काल म अॉनलाइन कवि सम्मेलन /परिचर्चा ह ठीक हे.
एक बार फेर बड़का मन ल पैलगी करत हवँ. नोनी -बाबू मन ल आशीर्वाद हे. कवि सँगवारी भाई दिलीप कुमार साहू अमृत, धर्मेन्द्र पारख मीत, रोशन लाल साहू, .जशवन्त कुमार चतुर्वेदी, जशवन्त साहू (जे. के. इलेक्ट्रॉनिक), फकीर प्रसाद साहू फक्कड़, कुलेश्वर दास साहू, रोहित साहू गायक, याद दास साहू, राम खिलावन साहू, डोहर दास साहू, बल राम सिन्हा के सँगे सँग अउ जम्मो सँगवारी मन ल मोर डहर ले जय जोहार ...🙏🙏🙏
तोर सँगवारी
ओमप्रकाश साहू "अँकुर "
लाल बहादुर नगर
विकासखंड - डोंगरगढ़
भेजइया -
ओमप्रकाश साहू "अँकुर "
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के पास
ग्राम +पोष्ट - लाल बहादुर नगर
तहसील -डोंगरगढ़
जिला -राजनांदगॉव (छ. ग.)
मो. 7974666840
प्रति,
श्री लखन लाल साहू "लहर "
ग्राम - मोखला
पोष्ट - भर्रेगॉव
तह. + जिला -राजनांदगॉव (छ. ग.)
पिनकोड - 491441
बहुत सुग्घर सर जी
ReplyDeleteआदरणीय निषाद जी बहुत बहुत धन्यवाद.
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