Thursday 10 November 2022

मोर गाँव बिरोदा*

 

 *मोर गाँव बिरोदा*


मोर गाँव बिरोदा अट्टल कन्हार गाँव आय। शिवनाथ नदिया के सुग्घर तीर मा बसे एक छोटे से गाँव हरय। धमधा ले 6 किलोमीटर दूरिहा उत्ती मूड़ा मा, अहिवारा ले 15 किलोमीटर रकसेल अउ बेरला ले 15 किलोमीटर दूर भंडार मा बसे हे बिरोदा गाँव।


हमर गाँव मा ब्रिटिश जमाना से स्कूल हे। वो समय मा आसपास के गाँव मा केवल बिरोदा मा ही स्कूल रिहिस हे। सियान मन बताते कि कोर्ट भी हमर गाँव मा रिहिस हे बाद मे बेमेतरा शिफ्ट होगे। हमर गाँव के मालगुजार  अग्रवाल मन  रिहिस हे । हमर जानती मा हमर गाँव के मन दाऊ घर बनी मा जावय। येमन भिलाई के रहने वाला हे। आज भी एकर परिवार भिलाई मा हे। 

जब बीएसपी चालू होइस तब हमर गाँव के जतका पढ़ें लिखे आदमी रिहिस सब झन हमर बबा के जमाना मा बीएसपी मा लग गे। हमर गाँव मा लगभग 50-60 झन बीएसपी से रिटायर्ड हे।

हमर गाँव मा साहू समाज के बस्ती हे।

लगभग 300 घर साहू, 50 घर केवट, 30-35 घर सतनामी, 4-5 घर नाई, 10-15 घर यादव, 01 घर ठेठवार, 01 घर पंडित, 01 घर राजपूत, 02 घर मेहर अउ 01 घर पटेल हे।

पारा बस्ती के बात करन ता मुख्य रूप से मंदिर पारा, भाठा पारा, सिकारी पारा, गौटिया पारा, सतनामी पारा, दइहान पारा हे।

हमर गाँव मा एक बड़े तरिया, एक डबरी की एक नवा तरिया हे।


हमर गाँव मा देवी देवता- भाठा पारा में श्री राम जानकी मन्दिर निषाद समाज के द्वारा बनाए हे। बीच बस्ती मा शिव मंदिर, शीतला माता, सतनामी पारा मा जईत खाम, माहामाया मंदिर, तरिया पार मा शिव मंदिर, डबरी पार मा हनुमान मंदिर, पीपर तरी महावीर, दइहान मा साहड़ा देव, ठाकुर देव, नदिया कछार मा भंईसासुर, आदि अउ छोटे-छोटे मंदिर मुर्ती विराजमान हे।

नदिया के ओपार तितुरघाट मा बहुत ही पुराना छमासी रात के प्राचीन विष्णु मंदिर हे। जेमा कार्तिक पून्नी अउ मांघी पुन्नी में मेला भराथे।


तीज तिहार- हमर छत्तीसगढ़ के सबो तिहार ला जुरमिल के मानथें। 

हरेली, पीतर, जन्माष्टमी, कमरछठ, तीजा-पोरा, गणेश चतुर्थी, नवरात्रि, दशहरा, देवारी, गुरु घासीदास जयंती, माँ कर्मा जयंती, गुहा जयंती, सवनाही पाठ, नवधा रामायण, मड़ई मेला आदि। हमर गाँव मा हर साल गुहा जयंती 16 जनवरी के, मड़ई 26 जनवरी के, दशहरा एक दिन बाद मनाए जाथे।


हमर गाँव छत्तीसगढ़ के कला संस्कृति बसे हे। इहाँ कलाकार मन के कमी नइ हे। इहाँ के फाग मंडली पूरा छत्तीसगढ़ में बिरोदा के नाम ला रोशन करे हे। दूरदर्शन मा घलो प्रसारित होय हे।

कला के क्षेत्र मा श्री केशव साहू-बिंदिया साहू लोक गायिका जेमन मया के सिंगार लोक कला मंच संस्था चलावत हे। श्री सीतारामसाहू- सत्यभामा साहू लोक कलाकार हे। मोर पिता जी श्री सेवा राम निषाद जस गायक के रूप में आप-पास के क्षेत्र मा  प्रसिद्ध हे। हाल ही में मोर पिता ने जी के संकलन जसगीत ला धरोहर नाम के पुस्तक के रूप मोला संपादन करें के सौभाग्य मिलिस। मोर पिता जी के जसगीत ला यूट्यूब में भी सुन सकत हव। मोर दादा जी भी एक अच्छा मांदर वादक डंडा नृत्य, जस गायक रिहिस हे,  स्व. लेड़गा राम साहू

-जस गायक, स्व. मुकुत राम साहू जस गायक, स्व. दशरथ लाल श्रीवास फाग गायक, जस गायक रामायण टीकाकार रिहिस हे।


शिक्षा अउ खेल के क्षेत्र में हमर गाँव के युवा मन आघू हे। हमर गांव के कबड्डी हा रायपुर, दुर्ग, बेमेतरा, क्षेत्र मा प्रसिद्ध हे। इहाँ के खिलाड़ी मन राष्ट्रीय स्तर तक ले गाँव के नाम रोशन करे हे। जेमा श्री चन्द्रकुमार साहू, नंदकिशोर निषाद, हेमंत साहू, विनय साहू हे। 


शिक्षा के क्षेत्र में भी में भी बी़ई़, एम.बी.ए. डिप्लोमा करके आज बड़े बड़े कंपनी में, अउ सरकारी नौकरी में कार्यरत हे।

चंद्रकुमार साहू, तोरण साहू, भूपेश साहू, अनिल साहू, मोहन साहू, नारद साहू, नंदकिशोर निषाद, आदि हे।


राजकुमार निषाद "राज"

बिरोदा धमधा जिला दुर्ग

7898837338

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