भगवान बुद्ध ला सादर नमन-बलराम चन्द्राकर
*भगवान बुद्ध के जन्म अउ परिनिर्वाण दिवस के अवसर मा आप सब ला शुभकामना*
करीब 2684 साल पहिली भगवान बुद्ध के जन्म होय रहिस। संसार मा सत्य अहिंसा अउ न्याय के प्रकाश बगरइया भगवान बुद्ध भारत के प्रकाश स्तम्भ कहे जाथे। भगवान बुद्ध के कारण ही विश्व के 150 करोड़ अनुयाई के आस्था भारत भुइयाँ बर विशेष रहिथे।हम सब भारतवासी मन ला घलो सदैव उंकर *जीवन सिद्धांत* राह देखावत रहे हे। छत्तीसगढ़ मा सिरपुर बहुत बड़े आस्था के केंद्र हरे जिहाँ हमूमन ननपन ले मेला मा जा के भगवान बुद्ध के ध्यान मग्न अवस्थित प्रतिमा ला देख देख प्रभावित होवन। आज भी जन जन के पुजनीय हे।
*आज बुद्ध पुर्णिमा के अवसर मा भगवान बुद्ध के जीवन उपयोगी कुछ संदेश आप मन के बीच रखत हँव जेन ला आत्मसात करके हम ए दुनिया मा अपन जन्म ला सार्थक बना सकत हन-*
*1* तीन चीज जादा बेर नइ छूप सकै-सुरुज चंदा अउ सत्य।
*2.* वर्तमान मा जीना ही इंसान ला जीवंत बना के रखथे।
*3.* भविष्य के सपनेच मा झन बूड़े रहौ।भूतकाल के उलझन ले बाहिर आवौ। सिरिफ अउ सिरिफ वर्तमान मा ध्यान दौ।
*4.* जिनगी मा कतको अच्छा अच्छा किताब पढ़ लौ, कतको अच्छा अच्छा शब्द सुन लौ, जब तक इन ला अपन जिनगी मा नइ अपनाहू, कोनों फायदा नइ हे।
*5.* स्वास्थ्य सब ले बड़े उपहार हरे।
*6.* संतोष ले बड़े धन नइ हे।
*7.* वफादारी ले बड़े कोनों संबंध नइ हे।
*8.* बिना सेहत जिनगी मौत के छवि के सिवाय काहीं नोहय।
*9.* मनखे के करम हा, सिरिफ वो मनखे भर ला नहीं, ओकर अवइया पीढ़ी मन ला घलो प्रभावित करथें।
*10.* शक/शंका जहर- महुरा कस आय। पहिले - पहिले आदमी ला खुद मारथे फेर दूसरो मन ला।
*11.* इंसान के जिनगी मा जइसन विचार होथे, धीरे-धीरे वो हर वइसने बन जाथे।
*12.* क्रोध इंसान के विवेक ला नष्ट कर देथे। क्रोध अउ कोइला मा कोनों फरक नइ हे।
*13.* ईर्ष्या / घृणा ला खतम करे के एके उपाय हे प्रेम।
*14.* अपन मोक्ष अउ मंजिल के लिए खुदे करम करे बर पड़थे, दूसर उपर निर्भर झन रहौ।
*15.* मनखे ला कभू अपन बारे मा बढ़ा चढ़ा के नइ बताना चाही।
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पूरा विश्व मा भारत भूमि ला सम्मान देवइया भगवान बुद्ध ला सादर नमन्
*आप सब ला बुद्ध जयंती के पुन: शुभकामना*
बलराम चंद्राकर भिलाई
7587041253
26/05/2021
बहुत सुग्घर सर जी।
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