Monday 6 September 2021

छत्तीसगढी व्यंग ======निन्दा पुरान=======

 छत्तीसगढी व्यंग


======निन्दा पुरान=======


         चारी निन्दा करना सबके बस के बात नोहे।ये काम मा नारी परानी मनके बड़का हाथ गोड़ अउ दिमाग होथे। चार झन माई लोगिन मन सकेलाइस तब झन पूछ ।उॅकर बीच चरचा के विषय नइ रहय। रथे तो सिरिफ निन्दा के गोठ।अच्छा हे ये काम चलते रहना चाही। काबर कि येकर ले आगू वाले के सोच विचार अउ ब्यवहार के पता चल जथे। अइसन काम मा अड़ंगा झन परे । चार दिन पहिली अखबार ला पढके भैरोनाथ कहत रहय ----हमर नेता जी हर ओ दिन के हत्याकांड के जबरदस्त निन्दा करे हे भाई । मॅय कहेंव-------तोर चेतना सक्ति मर गेय रिहिस का जी? ये काम ला तो तहूं कर सकत रेहे।  भैरोनाथ कथे-----कर सकत रेहेंव फेर मोर तिर कड़ा सब्द के अभाव हे न। तब ओला केहेंव-----कड़ा शब्द के अभाव हे त चार झिन  महिला मंडली के बाजू मा बइठ जाय रते, समझ मा आ जाय रतिस निन्दा कइसे करे जाथे। कड़ा शब्द के कोचिंग घलो हो जातिस । ओकर रोना परे , ओकर खटिया रेंगे ते हर, कीरा परके मरही, उॅकर घर दीया बरइया झन रहय। अरे बाबू निन्दा पुरान मा येकर ले ठोस अउ कड़ा शब्द दूसर नइ मिलय । तयॅ कहूं मरदानी भाषा मा अनाप सनाप बोल बयान कर पारबे । तोर भाषा संवैधानिक नइये तब उलटा तोरे निन्दा होय के सुरू हो जाही।

           पुरान मा निन्दा के भेद दू किसम के बताय गेहे । पहिली जे चार जन सॅग बइठ के भारी कड़ा शब्द मा बोल सकत हस।अउ दूसर उही बात ला कोनो ठोसहा पावर वाले मंतरी लेबल के मनखे करथे जेकर प्रचार मिडिया के माध्यम ले होथे। ओकरे असन के नाम घलो होथे। ओ बेरा अइसे लगथे कि सबले जादा धक्का उही ला परे हे। मोर असन टुटुक पूजिया लिखइया के निहीं भलुक बड़े नामधारी कलमकार के रचना ऊंचा स्तर के होथे ।साहित्यिक स्तर के होथे। ओइसने निन्दा अउ निन्दक के स्तर हे ।विश्व स्तर के निन्दा, राष्ट्रीय स्तर के निन्दा राजनीतिक निन्दा अउ फेर गांव समाज के निन्दा । एक झन मनखे ला निसाना बनाके निन्दा करबे तब मानहानि के दावा ठोकाय के संका रथे। ओकर सेती निन्दा करे के पहिली अपन हैसियत के खियाल रखना घलो जरूरी हे।

             आज मानवता के चिता बंग बंग बरत हे। ओमा राजनीति के पॅचलकड़िया डारे बर कतको लाईन मा खड़े रथे। सरहद मा सहीद होय सिपाही के श्रद्धांजलि के मौका बनाने । ओकरे सॅग व्यवस्था ला कोसत निन्दा करके राजनीतिक लाभ खोजत रथे। अउ फेर जेमा अपन अउ अपन पारटी के लाभ नइ होइस ओहू निन्दा का काम के? नबालिक सॅग सामुहिक कुकरम दहेज लोभिया, किसान के फांसी ला लेके निन्दा इसकूल अस्पताल के गिरत स्तर पानी बिजली के समस्या के निन्दा बिकास योजना के पइसा ला सरपंच डकारत हे। ये सब आजकल छोटे निन्दा के भीतर आथे। आतंकी हमला नक्सली के नर संहार राष्ट्रीय अउ विश्व स्तर के मसाला हरे। अइसन के निन्दा करे ले स्तर बाढथे । निन्दा पुरान के अभी तक प्रमाणित ग्रंथ नइ आ पाइस ये बहुते दुख के बात हे।फेर एक बात हे तयॅ काकरो भी कइसनो भी निन्दा कर जब तक वो प्रचार  माध्यम ले होके नइ गुजरय निन्दा बेकार हे।घर खुसर के कोनो ला कतको कोसत रह फरक नइ परय। जमाना इलेक्ट्रॉनिक मीडिया अखबार फेसबुक अउ ट्वीटर के हे।इमेल जीमेल के हे। कड़ा से कड़ा शब्द मा होय निन्दा इंकरे माध्यम ले बगरना जरूरी हे।

            चिन्ताजनक बात ही निन्दा जनक होथे जरूरी नइयै।राजनीति ले जुड़े हस त विरोधी मनके तोनगी छुटतले नींद हराम होत ले निन्दा कर सकथस । मंहगाई गरीबी बेरोजगारी के भूल के मत कर।काबर कि चुनाव के बखत मा इही मन तोरो बैनर मा चिपकही । जमाना वार अउ पलटवार के हे। एक दूसर उपर निसाना साधे के दौर चलत हे। वार निसाना म परगे तब लहू तो नइ निकलय फेर आगू वाले अधमरहा तो हो सकत हे। भैरोनाथ ला केहेंव ------कड़ा शब्द तो मयॅ दे देहूं फेर तोर तिर कोनो बिषय हावे निन्दा करे बर।भैरोनाथ कथे -----हावे न जी  ये नेता मन के सभा रैली मा होवत खरचा उपर करना रिहिस । मॅय कहेंव ------भैरोनाथ ये मन पहुंचे हुए पदासीन मनखे हरे।समझले तोर का होही। अउ ये अखबार वाले  मन छापही कि निंही । मानले छपीगे अउ शब्द जादा कड़ा होगे त उॅकर चार झन मनखे आके तोर कुटासन करने चल दिंही तब तयॅ निन्दा करे के लाईक नइ रबे। निन्दक नियरे राखिए के जमाना खतम हे।ओकर ले अच्छा हे उॅकर जनम दिन के बड़का फोटू सॅग बधाई संदेश छपवात रह । मान सम्मान बाढत रही। बिन गतर के पाकिस्तान जेखर खाय के खपरा न बजाय के दफड़ा तेहर रहि रहि के आतंकी हमला करवात रथे ओकर कर।पूरा देश तोर पाछू रही।नोट बंदी जी एसटी अउ कोरोना बर चीन असन के करे रते। मउका ला गॅवा डारे। फेर भूलके अमेरिका उत्तर कोरिया के झन करबे ।खिसियाके मिसाईल के मुहूं ला हमरे कोती कर दिही त तोर निन्दा के चक्कर म सबो धारे धार जावय रबो। तोला जादा हाईलाइट होय के सऊख हे त कूद जा निन्दा के आगी मा। तोर शब्द कतका कड़ा हे जनता समझ लिहीं ।


राजकुमार चौधरी "रौना "

टेड़ेसरा राजनांदगांव 🙏🙏

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