Saturday 7 May 2022

छत्तीसगढ़ी शब्द निचट अउ बिकट

 छत्तीसगढ़ी शब्द निचट अउ बिकट


*निचट अउ बिकट के अर्थ बिल्कुल अलग-अलग होथे* |

    

*निचट*:- *कोनो भी वाक्य म एकदम अच्छाई-बुराई ला व्यक्त करे बर विशेषण के पहिली उपसर्ग के रूप म "निचट,निच्चट,निचटेच शब्द के प्रयोगों करे जाथे*|

   *"निचट "शब्द ह हिन्दी के "पट्ट" या "निपट" शब्द के ही रूप होथे* 

*जैसे :-*

*१. मोहन  पट्ट /निपट मूर्ख है*|

*(छत्तीसगढ़ी अनुवाद)*

  *मोहन निचट/निचट्ट/निचटेच मूर्ख हवय*

*२. सोहन निपट अनाड़ी है*

  *( सोहन निच्चट अनाड़ी हवय)*

*३. सुरेश निपट गदहा है*

    *(सुरेश निच्चट गदहा हवय)*


*बिकट :- के अभिप्राय "बहुंत ज्यादा" होथे | बिकट शब्द  कोनो विशेषण के पहिली प्रयोग करे जाथे*| जैसे:-

*१. सीता बहुत सुंदर लड़की है*

   *(सीता बिकट सुंदर लड़की हवय)*

*२. राम बहुंत शूरवीर  है*

  *( राम बिकट शूरवीर हवय)*

  *३. बलराम बहुंत शक्ति शाली गदाधारी था*

   *बलराम बिकट शक्ति शाली गदाधारी रहिस*

*४.शकुनी बहुंत चालबाज एवं धोखाधड़ी कार्य करता था* |

*शकुनी बिकट चालबाज अउ धोखाधड़ी काम करत रहिस*|

*५. आज बहुत ज्यादा गर्मी है*

*(आज बिकट गर्मी हवय)*


   *ए प्रकार से "निचट अउ बिकट"शब्द के अर्थ बिल्कुल अलग-अलग होथे*


*गया प्रसाद साहू*

   "रतनपुरिहा"

🙏

No comments:

Post a Comment