*कलम अउ हथियार*-सुनीता कुर्रे
*जिहाँ बंदूक चल सकय न गोली,*
*उँहा लड़थे कलम के बोली...*
*कलम से क्रांति* लाय के सर्वश्रेष्ठ उदाहरण सिम्बल ऑफ नॉलेज,महान अर्थशास्त्री *डॉ.भीमरावअंबेडकर* जी ह आय जेनहा
शिक्षा के कलम रूपी हथियार
से हमर भारत देश के संविधान लिख के सब ल अधिकार देवाइस
इतहास गवाह हे 1857 के क्रांति होय चाहे 1947 के स्वतंत्रता संग्राम म कलम से क्रांति लाय गिस
अउ देशवासी मन ल देशहित बर लड़े के शक्ति जगाइस
उहि डाहर देश के युवा मन म ल देशप्रेम म अपन आप ल बलिदान कर देशभक्ति,राष्ट्रभक्ति के संचार करिस अउ बैरी मन बर ललकार भरिस कि-
*तोर लहू लाली हे त मोरो लहू लाली हे रे,छत्तीसगढ़ के मैं सपूत आँव हसिया तब्बल,चिन्हारी हे रे*
नारी शक्ति के संचार कलम रूपी हथियार से होइस कि-
तुम अबला असहाय नही
ना ही मुर्दा हो,
उठा लो खंजर तो
साक्षात दुर्गा हो....
तुम ममता के सागर हो
तुमसे ही प्यार बौछार है
तुम एक कदम आगे तो बढ़ाओ
तुम्हारा करछुल ही तुम्हारा तलवार है....
कलम ह हथियार के रूप म लड़िसे अउ आज तक लड़त आवत हे
समाज ल सुसंस्कृत बनाय म कलम रूपी हथियार ह श्रेष्ठ साधन आय
महाभारत,गीता,रामायण,वेद पुराण,यशोगान एकर सार्थक रूप आय
हथियार से मानव मानव सो लड़थे अउ मरथे
मगर कलम रूपी हथियार से
मनुष्य मन के बैर-विष्मता,
आलस्य,प्रकाष्ठा, के नाश होथे
डबकत खून के युवापीढ़ी ल स्वदेश हित कार्य म जोड़े खातिर
कलम से बड़े कोनो हथियार नई हे
बिना डरे बिना रुके कलम के माध्यम से हर बात ल सामने रखना अउ
साहित्य सृजन कलम से ही साकार होथे
साहित्यकार के साहित्य सेवा अउ राष्ट्रभक्ति,देशप्रेम, सामाजिक चेतना साहित्यकार के कलम से निकले शब्द ह बताथे कि-
*जिंहा न पहुँचय रवि,*
*उँहा पहुँचय कवि*
युवापीढ़ी म अतका ताकत, क्षमता,शक्ति हे कि ओहा
एक पल म विश्व ल रक्तरंजित कर सकत हवै, अउ राष्ट्र नवनिर्माण कर सकत हे
रोजगार,शिक्षा,अउ सही दिशा नई मिले के कारण युवा पीढ़ी ह आतंकवाद,नक्सलवाद,क्षेत्रवाद,जातिवाद, म पर के अपन युवा शक्ति ल बर्बाद कर दुर्गति डाहर चल देथे
इंकर डाहर शासन के ध्यान खीचे अउ हक के लड़ाई लड़े बर कलम से बड़े हथियार नई हे
कलम अउ हथियार से अधोलिखित बुराई के अंत होथे
अउ देश समाज ह नवनित कार्य करथे जेकर से हमर समाज के, राज्य के देश के उन्नति होथे...✍🏻
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