Thursday 7 January 2021

कलम अउ हथियार*-चोवाराम वर्मा बादल

 *कलम अउ हथियार*-चोवाराम वर्मा बादल

कलम अउ हथियार दूनो लड़े के साधन आय। कलम ह विचार के मैदान म लड़थे त हथियार ह युद्ध के मैदान म। 

    प्रश्न उठथे के दूनो म जादा ताकतवर कोन हे?ए सवाल के हल तइहा युग ले आज तक खोजे जावत हे। सब के अपन-अपन उत्तर हो सकथे फेर अँग्रेज लेखक श्री एडवर्ड बुल्वेट लिटलन के देये उत्तर---"कलम तलवार ले जादा शक्तिशाली हे।" --बहुतेच सटीक हे काबर कि  तलवार ह अपन जोर म जेन जुलुम तको हो सकथे --दस बीस हजार आदमी ल डर म झुका सकथे फेर कलम ह तो करोड़ो -करोड़ो मनसे का सरी दुनिया ल अपन हिरदे ले निकले अमिट स्याही ले , कालजयी विचार ले सहर्ष झुका सकथे। प्रण्मय शंकराचार्य ,सुकरात,महावीर स्वामी , भगवान गौतम बुद्ध, ईसा मसीह, पैगम्बर मोहम्द,गुरु नानक देव, गोस्वामी  तुलसी दास, महात्मा गाँधी, स्वामी विवेकानंद, गुरु घासीदास बाबा अउ संसार भर के लेखक ,चिंतक, दार्शनिक, धर्म प्रवर्तक मन  के कलम एखर गवाह हे।

     कलम के ताकत हथियार ले कई मामला म जादा हे जइसे कि -हथियार ह आमने- सामने लड़इया ल ओतके बेर घायल कर सकथे, मार सकथे, फेर कलम ह तो वैचारिक रूप ले मरे आदमी ल जिंदा कर सकथे, मुर्दा म जान फूँक सकथे। भारत का विश्व के जम्मों स्वतंत्रता संग्राम म इंकलाब के मंत्र  कलम ह फूँके हे। चंदवरदायी ह कलम धर के युद्ध के मैदान म गे रहिसे। संत कबीर दास के वाणी  आजो ले इही काम करत हे।

    हथियार ह  जब अन्यायी, अत्याचारी मन  ल मिटाये बर उठथे त सही होथे अउ कभू- कभू गलत हाथ म परके अपने मन ल मिटाये बर उठथे त बड़ गलत होथे ओइसने कलम ह तको जब ककरो चाटुकारी म, संकीर्ण विचार धारा ले प्रेरित होके या ककरो दबाव म , कोनो लालच म या मुर्गी के एक टाँग सही चलथे त बड़ घातक अउ हीनहर होथे।

कलमकार मन ल अइसन कलम धरे ले बँचना चाही।


चोवा राम 'बादल'

हथबंद,छत्तीसगढ़

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