Saturday 8 January 2022

चेहरा

 चेहरा

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बनेच पढ़े-लिखे नर्स हर्षिता हा मेडिकल स्टोर मा काम करइया महेंद्र ले प्रेम बिहाव करे हे।महतारी-बाप मन अपन जिनगी के अनुभव के हवाला देके अउ ये समझाके के हमर संस्कार म अइसन बिहाव हा टिकय नहीं ,संगे संग महेंद्र के बिगड़े आदत ल बताके बरजे रहिन फेर महेंद्र के सुंदर चेहरा अउ मँदरस कस बहुतेच मीठ-मीठ बोली म मोंहाये , प्रेम जाल म फँसे हर्षिता ह नइ माने रहिस। कइसे मानतिस---प्रेग रोग म तो अँधरी होगे रहिस।


        उही कहूँ साले भर ऊँकर दाम्पत्य जीवन हा ठीक ठाक रहिस तहाँँ ले खटर-पटर चालू होगे। महेंद्र के शक करे के बीमारी ह एक झन बच्चा होये के पाछू तो अउ जादा बाढ़गे। बात-बात मा दारू पीके मारपीट करना, जीव ले देहूँ कइके घेंच ल मसके ल धर लेना,मोबाइल म ककरो ले यहाँ तक के दाई-ददा, भाई -बहिनी सखी सहेली मन सो तको बात नइ करन देना ओकर आदत बनगे। हर्षिता हा अपन तरफ ले भरसक कोशिश, करिस समझाइस, सफाई देइस के महेंद्र सुधर जय फेर उल्टा दिनों दिन वोकर जिनगी नरक लहुटे ल धरलिस।थक हार के छै महिना ले अपन मइके म बइठे हे।

 ये बीच म महेंद्र ह कई पइत मनाके लेगे बर आइस फेर वोहा नइ गेइस काबर के जानत हे ---स्वारथ के पूरा होवत ले दू-चार ठीक रइही तहाँ ले फेर , मारपीट अउ मानसिक प्रताड़ना चालू हो जही।वोला समझ आगे हे के कुकुर के टेड़गा पूछी कभू सीधा नइ होवय। 

    महेंद्र आजो आये हे अउ बच्चा के हवाला देके संग चले बर केलौली करत हे तभो ले हर्षिता टस ले मस नइ होवत ये।दाल नइ गलिस त वोहा बच्चा ल छीन के रेंगे ल धरिस तइसने हर्षिता ह चिल्लाके मोहल्ला के मन ल बलालिस अउ अपन बच्चा ल नँगा के रिपोट करे बर थाना कोती रेंगत महेंद्र ल कहिस--- दुबारा तैं झन दिखबे काबर के तैंहा मोर मन मा घेरी-बेरी अतका पथरा मारे हस के वोहा दर्पन सहीं कई टुकड़ा होगे हे जेमा तोर कई ठन राक्षस कस चेहरा दिखथे। 

 महेंद्र ह मूँड़ धरे अपन वो चेहरा मन ल बारी-बारी देखे ल धरलिस।


चोवा राम वर्मा 'बादल '

हथबंद, छत्तीसगढ़

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