Saturday 8 January 2022

सुरता-लोचनप्रसाद पांडेय(सरला शर्मा)

सुरता-लोचनप्रसाद पांडेय(सरला शर्मा)

 आज हमर पुरखा साहित्यकार पंडित लोचन प्रसाद पांडेय के जयंती आय , काल सांझ के उंकर   पोता बहू आदरणीया विपुला पांडेय घर आये रहिन त बहुत जुन्ना गोठ बात होइस । बालपुर के पांडेय परिवार के लोचन प्रसाद पांडेय हिंदी , छत्तीसगढ़ी अउ उड़िया भाषा के सिद्धहस्त साहित्यकार रहिन । " कलिकाल " प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी कृति आय । 1948 मं उनला " साहित्य वाचस्पति " उपाधि मिले रहिस । उनमन छत्तीसगढ़ के इतिहास , साहित्य , संस्कृति के बारे मं सोच विचार करयं त 1923 मं " छत्तीसगढ़ गौरव प्रचार समिति के स्थापना करिन ज़ेहर आघू चल के " महाकौशल इतिहास परिषद " के नांव से जाने माने गिस । 

लोचन प्रसाद पांडेय जी साहित्यकार ही नहीं प्रसिद्ध इतिहासकार अउ पुरातत्वविद , गम्भीर अध्येता ,अन्वेषक रहिन तेई पाय के प्रसिद्ध किरारी स्तम्भ ल उजागर करे बर जीव प्राण लगा दिहिन । उंकर छोटे भाई बंशी धर पांडेय छत्तीसगढ़ी के पहिली उपन्यासकार आंय त दूसर भाई मुकुटधर पांडेय हिंदी साहित्य के छायावाद के प्रवर्तक के नांव से स्थापित हें । 

     लोकाक्षर पटल मं पुरखा के सुरता पढ़ के मन भर जाथे । 

लोचन प्रसाद पांडेय जी ल नमन । 

  सरला शर्मा

No comments:

Post a Comment