नान्हें कहिनी- नम्बरी आदमी
" ये तोर फोटू ल झन देखा बबा, तोर आधार नंबर ल बता?"
स्मार्ट कार्ड बनाये बर गे रहे बबा ल आफिस के बाबू ह् कहत रहय।
"हे!नम्बर तो सुरता नइ ये गा। अब अतेक लंबा नम्बर हे। कोन ल सुरता रही? तोला सुरता हे तो अधार नम्बर हा?"
उल्टा बबा ह बड़े बाबू ल पूछ दिस। बाबू ह आँखि ल तरेर के देखिस अउ कहिस ,"कालि आबे त अधार कार्ड ल धर के लानबे तभे तोर स्मार्ट कार्ड ह् बनही।"
बबा ह मुड़ी ल गड़ियाय चुपे चाप घर वापिस आ गे।
आज अधार कार्ड ल धर के बबा ह् आफिस के बाबू तीर खुसी -खुसी खड़े रहय।
बाबू ह अधार कार्ड के नम्बर ल लिखिस अउ कहिस,"तोर मोबाईल नम्बर ल बता?"
अब बबा फेर अकबकागे। मोबाईल नबंर ह् तो सुरता नइये बाबू साहेब।"
बाबू कहिस अब ते मोला ये झन पुछबे 'तोला तोर मोबाईल नम्बर सुरता हे का?' त मेँ कहूँ हाँ हवय ।"
अइसने कहत बाबू खुस होगे।
बबा ह अपन मोबाईल नम्बर ल अपन नानकुन डायरी म खोजेल लागिस।
ततकेच म बाबू पूछिस-"तोर घर के पता बतावव?"
बबा कहिस-"अमली के रुख तरी , डोंगरी पारा।"
"अरे बबा, अइसने पता म अब काम नइय चले। तोर घर के नम्बर बता ।तोर वार्ड के नंबर बता।"
"ये ददा ,फेर नम्बर? अब आदमी कतेक नम्बर ल सुरता राखहि भगवान!" कहिके बाबा ह अचकचागे।
डॉ.शैल चन्द्रा
रावण भाठा, नगरी
जिला-धमतरी
छत्तीसगढ़
सम्प्रति
प्राचार्य
शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय टांगापानी
तहसील- नगरी
जिला- धमतरी
छत्तीसगढ़
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