Friday 9 April 2021

मोर नजर म ऑनलाइन परीक्षा पोखन लाल जायसवाल

 मोर नजर म ऑनलाइन परीक्षा

                   पोखन लाल जायसवाल


         जिनगी म शिक्षा के का महत्तम हवै? कहे बताय के जरूरत नइ हे। का गाँव का शहर? का अमीर का गरीब? सबो एकर महत्तम ल जानगे हवै। तभे तो गली गली शोर सुने ल मिलथे 'बेटी बचाव बेटी पढ़ाव'। पढ़ई जतके बेटा बर जरूरी हे, ओतके जरूरी बेटी बर हे। पढ़ई म हर कक्षा बर पाठ्यक्रम निश्चित करे जाथे, हर बछर निश्चित समय म पाठ्यक्रम पूरा होय ले परीक्षा के आयोजन करे जाथे। एकरे माध्यम ले दूसर कक्षा म कक्षोन्नति दे के शिक्षा म अलग अलग स्तर के पढ़ाई के बेवस्था हे। पाछू बछर ले दे के पढ़ई तो होइस, फेर परीक्षा ल महमारी के नजर लग गे। बोर्ड अउ कालेज के  लइका मन पूरा परीक्षा नइ दे पाइन, कोनो कोनो कक्षा के परीक्षा लिए बगैर कक्षोन्नति दे बर परगे। जउन तत्काल लइका के साल बरबाद होय ले बचाय के लइक उदीम हे, फेर एकर ले भविष्य के नींव कमजोरहा होय के डर हे।

          नवा शिक्षा सत्र म घलव लइका मन के सपना टूट गे। सत्र शुरु होय के पहिली ऑनलाइन पढ़ई के योजना करे गिस। ए योजना लइका मन ल पढ़ई ले जोरे रखे के बढ़िया उदीम रहिस। कतका एकर फायदा लिन अउ कतका नइ ले पाइन ए अलगे बात ए। स्कूल खुले के रद्दा जोहत पूरा साल गुजरगे अउ वो दिन आबे नइ करिस कि शासन स्कूल खोल सकै अउ लइका मन स्कूल आ सकँय। 

        बोर्ड अउ कालेज के परीक्षा के योजना बनाय गिस अउ लोकल परीक्षा ल खुँटी म टाँग के 9वीं 11वीं के संग 8वीं तक के परीक्षा ल टाल दे गिस। ए कक्षा मन के लइका मन ल जनरल प्रमोशन दे दे गिस। ए प्रमोशन शासन के मजबूरी आय। सबो कक्षा के परीक्षा के आयोजन ह *आ बइला मोला मार* कहऊ हो सकत रहिस, काबर कि मुसीबत अभियो अंगद कस पाँव जमा अड़िया के खड़े हावय। यहू सच आय जान हे त जहान हे।

         बोर्ड कक्षा अउ कालेज के पढ़इया मन डाहर ले ऑनलाइन पढ़ई त परीक्षा घलव ऑनलाइन कहिके माँग करे जावत हे। उँखर माँग व्यावहारिक हे अउ नइ हे घलव। ए एक ठन विमर्श के बात हो सकत हे।

*परीक्षा के जरूरत* - बोर्ड अउ कालेज के परीक्षा के आयोजन उच्च शिक्षा बर निर्धारित सीट के लइक लइका मन के चुनाव बर जरूरी हे। स्कूल सही सबो लइका ल कालेज म प्रवेश नइ दिए जा सके। सबो के पूरती कालेज के बेवस्था नइ हे। अइसन म परीक्षा म मिले नंबर ले सीट के मुताबिक पात्र लइका ल प्रवेश दे बर परीक्षा जरूरी हे। जनरल प्रमोशन ले इहीच समस्या भविष्य म नौकरी म भर्ती के समय घलव आ सकत हे।

*ऑनलाइन परीक्षा म का बाधा* - ऑनलाइन परीक्षा के आयोजन म बहुत अकन बाधा आगू रस्ता रोके सुरसा सही खड़े हे। एक सबो लइका जगह एन्ड्राइड मोबाइल होही जरूरी नइ ए। दूसर सबो क्षेत्र म नेटवर्क उपलब्ध नइ होना। तीसर सबो पालक मोबाइल रिचार्ज कराय म हर हमेशा समर्थ नइ रहै। चउँथा एके घर म दू ले जादा लइका रहे म एके बखत परीक्षा दे म घलव समस्या खड़ा हो सकत हे।

*परीक्षा के स्वरूप* - ऑनलाइन परीक्षा पाछू बछर जेन ढंग ले देखे ल मिले हे, वोहर होशियार लइका मन संग अनियाव हे। घर बइठ के लिखे अउ जम्मो पेपर ल सँघरा जमा करे ले कड़हा कोचरा अउ बने सबो के एके भाव होगे हे। ए समय अइसे हे के सब के बुध हजा गेहे। जउन माँग करत हें कि ऑनलाइन परीक्षा होवय उन बर प्रश्न प्रतियोगिता परीक्षा बरोबर वैकल्पिक प्रश्न के विकल्प दे दिए जाय। 

       अभी के स्वरूप म ऑनलाइन परीक्षा के सबले बड़े खामी ए हवै कि किताब पढ़े नइ जाने वहू हर प्रावीण्यता पा जवत हे। तीन घंटा के पेपर कई घंटा म हल होवत हे। वहू ल उत्तरमाला देख के। आगू चलके इही मन भर्ती परीक्षा के विरोध घलव करहीं। मेरिट म भर्ती के माँग करहीं। 

        समय घलव अइसे हे कि एक कोति कुँआ त दूसर कोति खाई। छात्र हित के सटीक उपाय सुझत नइ हे। ऑफलाइन मोड म समुचित बैठक बेवस्था अउ महमारी ले बचाव के चिंता। ऑनलाइन म सबो छात्र के संग नियाव कइसे हो। 

*ऑनलाइन परीक्षा के बेरा नइ हे* - पारंपरिक रूप ले परीक्षा के आयोजन अभियो सही रही। काबर कि ऑनलाइन परीक्षा बर अभी बहुत अकन तैयारी के जरूरत हे। परीक्षा के विचार ले कम्प्यूटर अउ एन्ड्राइड मोबाइल ऑपरेट करना सिखाय बर कम्प्यूटर शिक्षा के अभियो जरूरत हे। 

       अच्छा बात ए हवै के हर हाथ म मोबाइल आए ले लोगन के रुचि कम्प्यूटर सीखे म दिन दूना रात चौगुना बाढ़त हे। 

      नेट सुविधा ल बढ़िया करके अवइया समय म ऑनलाइन के लइक ब्लूप्रिंट तियार करके परीक्षा आयोजित करे के सोचे जा सकत हे । फेर मोर नजर म  ऑनलाइन परीक्षा ल अभी अपनाना जल्दबाजी होही।


*पोखन लाल जायसवाल*

*पलारी बलौदाबाजार*

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