Friday 9 April 2021

विषय--मोर नजर मा आनलाइन परीक्षा*



*विषय--मोर नजर मा आनलाइन परीक्षा*


एमा कोनो शक नइये के दुनिया हा बहुतेच तेजी ले बदलत हे। ज्ञान-विज्ञान, उद्योग-धंधा, खेती-किसानी, रहन-बसन, आचार-विचार, खान-पान, पहनावा- ओढ़ावा----आदि कोनो भी चीज ल देख लव सब बदलाव के चपेट म हे।

   जब हम बदलाव के बात करथन त भला पढ़ाई-लिखाई ह कहाँ आरुग बाँच सकथे। इहू क्षेत्र म परिवर्तन के रफ्तार बनेच तेज हे। 

    ये परिवर्तन ला मजबूरी म उठाये कदम कहि सकथन ,नहीं ते समे के संग बँइहा म बँइहा जोरे चले बर जिनगी के जरूरत । ये परिवर्तन के धारा म जेन ल तँउरे ल नइ आही वो सिरतो म बूड़ मरही तइसे लागथे।

    *स्कूल-कालेज म आनलाइन परीक्षा* --जब ले कोरोना महामारी आय हे तब ले स्कूल- कालेज सब बंद हे तेकर सेती कक्षा कक्ष म गुरुजी  अउ लइका मन के बीच आमने सामने रहिके साक्षात पढ़ाई-लिखाई  बंद हे। आदिकाल ले चले आवत अध्ययन -अध्यापन के  वो परंपरा जेन ल विद्वान मन सब ले अच्छा बताथें ,जेमा विद्यार्थी मन पाठशाला म आके पढ़ाई लिखाई करयँ अब ध्वस्त होगे हे।  वोकर सेती अब आनलाइन पढ़ाई-लिखाई चलन म आगे हे। मोबाइल ह स्कूल कालेज बनगे हे जेमा न तो पढ़ाये म सर -स्वाद हे, न तो पढ़े म। अउ परशानी अनलेख हे। लिखबे त एक ठन किताब लिखा जही।

      जब मोबाइल ,मतलब कंम्प्यूटर तको कहि सकथन, म पढ़ाई लिखाई आनलाइन होवत हे त परीक्षा कइसे होही ये बड़े जान प्रश्न हे। जिम्मेदार शासन प्रशासन के कहना हे के परीक्षा कोरोना गाइड लाइन के पालन करत आफलालन मतलब स्कूल कालेज म पहिली जइसे हो सकथे फेर ये तो संभव नइ दिखत ये? तेकर सेती आनलाइन परीक्षा होही कहिथें। एकर बर सबो लइका करा एंड्रॉयड मोबाइल होना चाही। सबो जगा नेट वर्क होना चाही।अउ सब ले बड़े बात वोला चलाये बर आना चाही।अब सोचे के ये हे के का सबो विद्यार्थी मन सो मोबाइल या कम्प्यूटर हे? नइये। सबो झन ल चलाये बर आथे? नइ आवय। का सबो जगा नेटवर्क हे ? नइये।पेड़ म चढ़के तको नेटवर्क खोजे ल परथे। तब तो ये आनलाइन परीक्षा होयेच नइ सकय। एके उपाय बाँचथे--जनरल प्रमोशन के । ये अइसे आय के जेन लइका ह मड़ियाये ल नइ सीखे हे वोला सरपट दँउड़े के सर्टिफिकेट दे दिया जाय। स्कूल-कालेज के आन लाइन परीक्षा मतलब बिन धोये मुरई अउ धोये मुरई के एके भाव। अँधेर नगरी चौपट राजा-टका सेर भाजी टका सेर खाजा। ये आनलाइन परीक्षा नोहय भस्मासुरी परीक्षा आय।


*आनलाइन प्रतियोगी परीक्षा*---आजकल अधिकांश प्रतियोगी परीक्षा आनलाइन होये ल धर लेहे। घर बइठे कम्प्यूटर म परीक्षा देना या  निर्धारित सेटर म जाके आनलाइन परीक्षा देना। प्रश्न पत्र अउ उत्तर पुस्तिका सब स्क्रीन म। माउस ले पेन के काम । 

    अइसन परीक्षा ह एक पइत जरूर लाभदायक हे जेमा हानि कमती हे।

*आनलाइन प्रतियोगी परीक्षा के लाभ*---आनलाइन प्रतियोगी परीक्षा के सब ले बड़े फायदा ये हे के एकर रिजल्ट बर महिनों इंतजार करे ल नइ परय।चंद दिन म ही परिणाम घोषित करे जा सकथे। नकल मारे के चांस नहीं के बरोबर। कागज के बर्बादी नइ होवय।


*आनलाइन प्रतियोगी परीक्षा ले हानि*---सब ले बड़े हानि तो इही हे के जेला कंम्प्यूटर चलाये ल नइ आवय वो ये परीक्षा म नइ बइठ सकय। दूसर बात अइसन परीक्षा म समय जल्दी खसकत रहिथे।परीक्षार्थी दबाव के अनुभव करथे।  हड़बड़ी म गड़बड़ी कर डरथें।

           कुल मिलाके देखे जाय त प्रतियोगी परीक्षा बर आनलाइन परीक्षा बढ़िया हे। कम्प्यूटर शिक्षा ल बढ़ाके अउ जागरूकता लाके आनलाइन परीक्षा ल सफल बनाये जा सकथे।


चोवा राम वर्मा 'बादल'

हथबंद, छत्तीसगढ़

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