*मोर नजर माआनलाइन परीक्षा*
जिनगी मा पढा़ई के जतका महत्व हे। वोतके महत्व परीक्षा के हे। काबर परीक्षा हर एक अइसे महत्वपूर्ण मुकाम होथे, जेहा लइका के भविष्य के निर्धारण करथे।
अभी तक स्कूल कालेज मा परीक्षा के एके रूप देखे ला मिले रिहिस हे वो ये।
प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिका के माध्यम ले परीक्षा देना। पर कोरोना काल मा जब आन लाइन पढाई शुरू होइस तब स्कूल म मासिक मूल्यांकन आन लाइन दिये गिस।शिक्षक मन आनलाइन नंबर भरिन वहू इमोजी के द्वारा।
सरकारी स्कूल मा आनलाइन पढाई मा एक्को कन ठिकाना नइ परिस। घर मा एनड्राइड फोन एकाध ठन रहे। वहू फोन ला बाप या भाई अपन काम वाले जघा मा ले जाय। आनलाइन क्लास मा जुड़े के सूचना समूह मा देवय ओकर अलावा फोन घलो करय, त पता चले मोबाइल बाप या भैया के पास हे। मुश्किल से 5 या 6 लइका जुड़े पाय। वहू मा नेट के समस्या, 45 मिनट के क्लास मा 20 ,25 मिनट ही पढ़ा पाय। दुब्बर ल दू असाढ़
हो गए रिहिसे।
जब पारा मुहल्ला क्लास शुरू होइस तब पढै़या
लइका मन जादा से जादा उपस्थित होइन। जे लइका साल भर गोल मारे उँकर तो मजा ही मजा हे। जेन पढ़ाई आफलाइन म होथे वो आनलाइन मा संभव नइ हो सकिस चाहे वो परीक्षा ही काबर न हो। संसाधन के अभाव नेट के समस्या जइसे कतको ठन झोल हे।
बड़ दुख के बात हे बार बार के लाकडाउन ले लइका मन अपन पुस्तक के पाठ मन से परिचित नइ हो पाइस।
गणित अंग्रेजी अउ विज्ञान जइसे विषय ला समझ नइ पाइस तब बड़े कक्षा के जटिल विषय ला कइसे समझ पाही।
आने वाला समय मे शिक्षा नीति मे परिवर्तन होवत हे। शासन के मंशा हे के अधिकांश सरकारी स्कूल ला स्मार्ट स्कूल बनाये के।
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