Friday 9 April 2021

मोर नजर मा आनलाइन परीक्षा*

 *मोर नजर मा आनलाइन परीक्षा*



     साल भर ले जादा होगे कोरोना महामारी के मार दुनिया ला झेलत। ये महामारी हा लाखों आदमी ला अपन चपेट मा लिहिस।कतको झिन जान ले हाथ गँवाईन ता कतको झिन धीरे धीरे ठीक होइन।संक्रमण के कड़ी ला तोड़े बर दुनिया के कतको देश मा लाकडाउन लगाये गिस।हमरो देश मा लाकडाउन 25 मार्च 2020 ले 21दिन बर लगाये गिस।फेर ये लाकडाउन ला धीरे धीरे आघू बढ़ाय गिस।लाकडाउन मा प्रवासी मजदूर मन के दुर्दशा ला सुरता करबे त आज घलौ आँखी मा पानी आ जाथे।

‌           कोरोना के मार ला जबरदस्त झेलइया एक अउ वर्ग हे छात्र वर्ग। चार मार्च 2020 ले कॉलेज के परीक्षा शुरू होय रहिस हे।अभी एके दू पेपर होय रहिस कि कोरोना संक्रमण के कारण मार्च 2020 ले स्कूल कॉलेज बंद कर दे गिस। बाद में फर्स्ट ईयर अउ सेकंड  ईयर के लइकन मन ला आंतरिक मूल्यांकन के आधार में पास करे गिस अउ फाइनल ईयर के लइकन मन ऑनलाइन परीक्षा दिलाइन।घर मा आराम से लिख के स्पीड पोस्ट ले कॉलेज उत्तर पुस्तिका ला भेजिन।बार बार लाकडाउन फेर प्रवेश प्रक्रिया के बाद 1 नवंबर 2020  ले नवा सत्र के आनलाइन पढा़ई शुरू होइस।जेखर कइयो परेशानी सबले बड़े नेटवर्क प्रॉब्लम, फेर कतको लइकन करा एन्ड्राइड फोन नइ रहे त कतको घर मा दू तीन भाई बहिनी पढ़इया हे अउ मोबाइल एके ठन हे ।आनलाइन पढा़ई चलते रहिस 15   फरवरी 2021स्कूल कॉलेज लइका मन बर खोल दिये गिस।ऑफलाइन पढ़ाई शुरू होइस साथे साथ आनलाइन पढा़ई घलो चलत रिहिस।ऑफलाइन परीक्षा होतिस तभे कोरोना संक्रमण देश के संगे संग हमर छत्तीसगढ़ में घलौ बाढ़े लगिस। ऑफलाइन पढ़ाई बंद हो गिस।इही गति ले कोरोना ‌बाढ़त रही त फे र आनलाइन परीक्षा के संभावना होसकत हे।जे लइका के पढा़ई लिखाई मा ध्यान नइहे ओखर बर तो आनलाइन परीक्षा हा वरदान हवे।फेर कतको लइका सीरियसली पढा़ई करथें अउ कैरियर बनाना चाहथें।आफलाइन परीक्षा मा लइकन विषय ला अच्छे से याद करथें जेहा परीक्षा के संगे संग भविष्य म अउ कई ठिन कॉम्पिटिटिव परीक्षा मा काम परथे।जब देख के लिखना रइही तब लइका याद काबर करही।पढ़इया लइका बर ये  शाप ये।ये लइकन मन अपन पढा़ई पूरा करे के बाद कॉम्पिटिटिव परीक्षा के सामना कइसे करे सकहीं।का अपन एक दू आघू पाछू  बेच के लइकन जो आफलाइन परीक्षा पूरा याद करके देवाहीं ओखर ले पिछड़ नइ जाहीं।अच्छा लइका कभू देख के लिखना नइ चाहय वो मेहनत करना चाहथे।पढ़ाई मा छोटे कक्षा ले बड़ेकक्षा मा जाना भर बस मायने नइ राखय।आनलाइन परीक्षा जेमा घर में बइठ के लिखना हे लइकन ला दूसर कक्षा मा भेजे के माध्यम भर बस आय ।हाँ आनलाइन परीक्षा तब सार्थक होतिस जब लइकन  तीन घंटा कम्प्यूटर मा बइठ के परीक्षा देतिन अउ तीन घंटा बाद के लिखे ला कम्प्यूटर स्वीकार नइ करतिस जइसे कई ठिन काम्पिटिटिव परीक्षा मा होथे ।फेर हमर इहाँ संसाधन के कमी हे। दूर दराज के स्कूल कालेज मा नेटवर्क अउ कई ठिन समस्या हे।ये समस्या रातों रात त ठीक नइ हो सके त फेर कोविड गाइडलाइन के पालन करत आफलाइन परीक्षा उचित रइही घर ले लिख के भेजे वाला आनलाइन परीक्षा मोर नजर मा उचित नइ हे।



चित्रा श्रीवास

बिलासपुर छत्तीसगढ़

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