Friday 17 March 2023

व्यंग्य नानकून मन बर

 व्यंग्य

नानकून मन बर 


लद्दी म सपटे सांप

  स्कूल  ले भाग गे मेचका  मारे ल  जावैय्या छेदी राम के फोटो बड़े बड़े फ्लैक्स म चिपके देख़ के मोला बहुत  ख़ुशी होइस l ख़ुशी एकर सेती कि मैं ओला पढ़ाके  निकाले हव l

  पढ़ाई म होशियार भले  नई रहिस  मेचका मारे के प्रतिभा अउ कला ओकऱ पास रहिस l

  कक्षा ले अतेक भगय  दूसर लइका मन ओला गुरू मानय l


              शिकायत मिले त बाल प्रतिभा के सर्टिफिकेट ल देखावन l हमर स्कूल के होनहार हे आघू अपन नाम कमाही l

              हम भले लद्दी म बुड़े रहेन किन्तु इन्हे ले निकले मेचका मार छेदी राम के नाम सुनके हम गौरवान्वित होवत हन l

              अपन क्षमता ले योग्यता ले पार्टी के बड़े पद ला पाइस l

             पकड़ाए मेचका मन जियत मरत बहुत असीस दे रहिस होही l 

             ओकर पुन्य प्रताप ए ओकऱ नाम के पाछू हमू ल छीटा मिलगे l

             छेदी राम ल कोन पढ़ाये हे l  लतिया के हबर हबर आघू आके हाथ  उठाके जोर से चिल्लाके कहव  - मैं पढ़ाये हँव l

             अउ कोनो मत आघूवाय झन l गणित वाले गुरूजी के गणित काम नई आइस l मुँह ओरमांए हे l

             हम हिंदी वाले अर्थ ला अनर्थ अउ अनर्थ ला अर्थ देये के पुर जोर कोसिस करवं l

             मेचका नई मारत रहिस हे मोर शिष्य छेदी राम ह l अरे लद्दी म सांप सपटे रहय l उहू जहरीला l बगियाये सांप निकल के आतिस त कतकों लइका  के इंतकाल हो जतिस l सबके परान बचाये हे l

             इही दलील म ओकऱ दरिया दिल नेकी के सर्टिफिकेटम ऊंचहा मैनखे  बने हे l     

              जलकुकड़ा मन मोला लद्दी के सांप कहिथे l


           मुरारी लाल साव

             कुम्हारी

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