Monday, 16 June 2025

अप्रकाशित शोध ग्रंथ छत्तीसगढ़ी मे अनेकार्थकता

 अप्रकाशित शोध ग्रंथ 

छत्तीसगढ़ी मे अनेकार्थकता 

(भाषा प्रयोग और संदर्भ के आधार पर)

-मुरारी लाल साव


अनेकार्थी शब्द  -जोर

 

अनेकार्थ  -समय,ताकत, धन दौलत,भरना,देना, बंधन, बल, सहयोग शक्ति हीन  प्रेम l

वाक्यों मे प्रयोग -

1 बेटी बर सब समान ला जोर दे l (दे, दे)

2 कतका जोर आबे?(समय )

3 जोर लगा उठ जही पथरा ह l(ताकत )

4 पैली म चाउंर जोर दे l(भरना )

5 जादा जोर झन दे टूट जही l (बल )

6 संग म खांध जोर के रेंगे ले मन हल्का हो जथे l(सहयोग )

7 तोर मया ला मोर मन जोर के राखे हे l (बंधन ) 

8 ऊपर डहर गेहे तौन कुछु ला जोर के नई लेगे हे l (धन  दौलत)

9 दिखे म पोठ भीतर ले कम जोर हे l (शक्तिहीन )

10 जोर -जोर से खांस बलगम बाहिर आही l(अधिक )

11 बेरा ला जोर के रखे आदत परगे हे l (पाबंद)

12 मुँह जोर के बैठे हे l (प्रेम)

            

        प्रस्तुति 

  मुरारी लाल साव

      कुम्हारी

मो 9826160613

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