अप्रकाशित शोध ग्रंथ
छत्तीसगढ़ी मे अनेकार्थकता
(भाषा प्रयोग और संदर्भ के आधार पर)
-मुरारी लाल साव
अनेकार्थी शब्द -जोर
अनेकार्थ -समय,ताकत, धन दौलत,भरना,देना, बंधन, बल, सहयोग शक्ति हीन प्रेम l
वाक्यों मे प्रयोग -
1 बेटी बर सब समान ला जोर दे l (दे, दे)
2 कतका जोर आबे?(समय )
3 जोर लगा उठ जही पथरा ह l(ताकत )
4 पैली म चाउंर जोर दे l(भरना )
5 जादा जोर झन दे टूट जही l (बल )
6 संग म खांध जोर के रेंगे ले मन हल्का हो जथे l(सहयोग )
7 तोर मया ला मोर मन जोर के राखे हे l (बंधन )
8 ऊपर डहर गेहे तौन कुछु ला जोर के नई लेगे हे l (धन दौलत)
9 दिखे म पोठ भीतर ले कम जोर हे l (शक्तिहीन )
10 जोर -जोर से खांस बलगम बाहिर आही l(अधिक )
11 बेरा ला जोर के रखे आदत परगे हे l (पाबंद)
12 मुँह जोर के बैठे हे l (प्रेम)
प्रस्तुति
मुरारी लाल साव
कुम्हारी
मो 9826160613
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