छत्तीसगढ़ी अनेकार्थी शब्द
फूल
मुहावरे मे प्रचलित - फूल लगना, फूल गिरना, फूल आना, फूल चढ़ाना, फूल मारना, फूल सुंघाना, फूल फेंकना फूल सूंघना, फूल टोरना, फूल परना,फूल देना, फूल कुचरना (गौरा पूजा )आदि l
अर्थ - पुष्प, गर्भपात, गर्भाधान, कोढ रोग,श्रद्धांजलि, पूजा निमित्त, प्रेम दिखाना, पसंद, अस (हड्डी ) बिनना, नवजात शिशु, भाव समर्पण, अभिनंदन, स्वागत, बच्चे क़ी किलकारी, आदि
वाक्यों मे प्रयोग
प्रसंग, संदर्भ मे अनेकार्थ
1 चलो देवता म फूल चघाबो l
(श्रद्धा के भाव )
2 हमर गाँव के मुखिया चल बसीस l फूल चढ़ा के आ जातेंन l ( श्रद्धांजलि )
3 गौरा पूजा होही, फूल कुचर के गौरा इशर देव ला मढ़ाही l (स्थापना पूजा )
4 भगवान राम के लंका जीते के समय देवता मन फूल बरसाइस l(हर्ष,अत्याचारी के अंत )
5 बहारो फूल बरसाओ l
(मजा )
6 मोर हाथ म फूल हे तोरेच बर लाने हँव देये बर l (मया)
7 संत महात्मा के चरण म फूल चढ़ाना चाही l (विनय भाव)
8 श्मशान घाट ले फूल बिन के ले आव l (अस (हड्डी))
9 घर म रहिथे अकेल्ला फूल परगे हे l (कोढ रोग )
10 टुरी ला फूल सुंघाके लेगे l
(( सम्मोहन)
11 पार्षद के घर फूल खिल गे l (बच्चा हुआ )
12 घेरी भेरी फूल मार के झन बलाये कर l(प्रेम का इजहार)
13 बहू बहुत खुश हे फूल खिलही अब l (गर्भवती)
14 बहू के फूल गिरगे l(गर्भपात)
15 घर सदा फूल ले भरे रहय l
(संतान)
16 चुनाव म जीत के आइस सब फूल माला दीस l (स्वागत)
17 आज बने फूल असन दिखत हे नोनी ह l(खुश )
18 देख देख के फूल टोर के
ले आथे l (सुन्दर लड़की )
19 समाज के नजर ले गिर गे हे l गिरे फूल ला झन उठा l
( पतित, मनहूस)
20 हमर जिनगी म फूल नई मिलिस काँटा काँटा मिलिस l
(आनंद, ख़ुशी )
छत्तीसगढ़ी मे अनेकार्थकता
भाषा प्रयोग और संदर्भ के आधार पर
अप्रकाशित शोध ग्रंथ ले
मुरारी लाल साव
कुम्हारी
मो 9826160613
No comments:
Post a Comment