Wednesday 1 June 2022

बीडी़ कोनों झन पीहू* ब्यंग रचना

 *बीडी़ कोनों झन पीहू*  ब्यंग रचना


             बैगा अपन शमसान घाट मा बैठे खोपडी़ ल आघू मा मढा़य सेंदूर ला माथा भर चुपरे भस्म ला पूरा तन मा चुपरे महिना भर के नी नहाय  मंतर ला झींक झींक के पढ़त रहय .....आजा  आजा मोर बसी हो जा ......तँय आजा रे माधो ।तहूं आजा बहि चंपा मोर बसी हो जा। कहि कहि के भूत परेत ला बलावत रहय सीतो आसाढ़ के महिना चलत रहय ओकर चिचियाई अउ हवा गर्रा के अवाई बडो़रा आ तो गे बैगा कथे, तँय आ गय बइठ बइठ माधो ब इठ चंपा,मनोहर फूकवाय गे रहय, डर मा मरत रहय, बैगा हर काहीं कछु कर झन दीही, बडो़रा पोठ आगे ये खर बलाय मा ददा ।  चंपा थोरे आगे कहि के मन मा डर हर हमावत रहय, फेर  फूकवा के जा सकी, झटपट जाय जाय करथे तव बैगा के चेला कथे .... फीस मा  दारु बोतल ल दे देते मनोहर भूत हर बैठे हे मन महुआ बिन नी लौटय तोर दुख ला उही हर हरही मनोहर पाच हजार देके झटपट भाग जथे। 

            *कारी के बेटा ढुरु* बीडी़ पीयत पीयत  छाती  जरगे फेफडा़ हर करिया होगे डाक्टर मेर देखा डारिस फेर डाक्टर के कहे दवा ल कोन लेथे बैगा चार बोतल दारु मा बीडी छोडा़य के बोर्ड  बनवाय रथे । बैगा बइठार के  भूत ल बला के दू बंड़ल बीडी़ ले के चार बोतल दारु मा छूटही कहिके बीडी के बंड़ल मँगाथे रोज रोज दू महिना बैगा बर बीडी बंडल देबे तोर बीडी़ पिये छूट जही।


      सरकार घलो अभियान चलावत हे 

चार फेक्टरी बीडी़ के अडानी अउ मजीत योगी के उद्घाटन होइस से, मई बीस  2022के 126 बीडी़ दुकान खुलीस हे, तेमा दू बंडल संग एक बंडल फ्री।बीडी फेक्ट्री के उद्घाटन बर मंत्री जी आय रहिन अउ अपन भाषण मा कथे ये बीडी़ के फेक्ट्री बनें चलय येखर बर कामना करत हन हमला विश्वास हे अतका प्रगति करही कि अवइया दिन मा येखर ले डबल फेक्टरी के हम उद्घाटन करी । कार्यक्रम समापन करके नवा कार्याक्रम मा भाषण देथे कि नशा मुक्ति अभियान मा बोलथे ........ बीडी सिगरेट पीना हानिकारक आय । बीडी तन बर नुकसान आय । आज देश प्रगति करत हे जब ले मँय सत्ता मा आँय हँव चार बीडी फेक्टरी ,दस दारु फेक्टरी खोले हँव ।काल झारखंड़ ,छत्तीसगढ़ मा हीटर फेक्टरी के उद्घाटन हे मँय । सच कथौ मोर क्षेत्र मा कोयला के कमी नी हे बिजली अतका हे कि पूछव झन । चोरी झीन करौ । चोरी करना अपराध होथे। अइसे भाषण देत रथे ततके बेर कलुआ कथे काली के अखबार मा आय रहिस चारा घोटाला मा चार करोड़ के गबन हे । भाषण मा चोरी झीन करौ। सुनौ अउ का कथे। बीडी पीना तन बर नुकसान होथे नी पीना चाही  । थोरिक

 देर बाद नेता जी बर नाश्ता आथे काजू बादाम मिठाई चाय अउ एक ट्रे मा बीडी़ अउ माचीस  नेता जी नाश्ता के बाद कस लगावत धुआँ उडा़वत गपियावत रहिंन । दिखत रहिस नशा मुक्ति के उदा. बीडी पीयत दूसर नेता मेरि बतियात रहिन कि आजकल सिगरेट के जमाना आय बीडी थोरे आउट डेटेड होगे अब दू चार सिगरेट फेक्ट्री लगाय लागही । तभे बरोबरी हो सकथे । 


       एक लइका पूछ बइठथे कस जी नेता साहेब नशा मुक्ति बर आप का करत हौ.....नेता जी कथे नशा छोडाय बर हम दू योगालय खोलबो बाबा आराम दैव के योगा करही नशा छूट जही। 


    जेखर नी छूटिस त ओखर का होही नेताजी....? हे तुहुँ ठ उका लगे हव जी  हे उँखर सेवा बर हमन हन न जी ,ओखर का होही फेक्ट्री बंद थोरे होगे हे ,सेवा सब बर हे । बीडी़ के दुवारी खुलेच हे ....हे हे हे....


        नेता जी का तुहंर घर मा भी पीथे।

ना जी कभू मिठाई बनईया ला मिठाई चीखत देखे हस का।.......



कहत हाँसत हाँसत ....हा हा हा 

गोठ खतम हो जथे।


*धनेश्वरी सोंनी गुल*✍️

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