Saturday 10 July 2021

ममा गाँव अउ मोर गरमी के छुट्टी-विजेंद्र वर्मा

 ममा गाँव अउ मोर गरमी के छुट्टी-विजेंद्र वर्मा


मोर गाँव नगरगाँव धरसीवाँ ब्लाक अउ मोर ममा गाँव भूमिया साँकरा।तीजा पोरा के समे मोर माँ ल ममा ह तीजा लेगे बर आय रिहिस।मँय ह कहि परेंव पाँचवी तक बने पढ़ई होइस हे छठवी मा गुरुजी मन पढ़ातेच नइये कहिके ममा ल बता परेंव,ममा कहिथे भाँचा अब तोला मेंहा मोरे जघा रख के पढ़ाहूँ,महुँ भल ल भल जाने हँव,कहि परेंव अउ ममा सन चल देंव।ममा ह ओ समे मिडिल स्कूल ल पढ़ावय ओकर बाद तरपोगी हाईस्कूल मा ओकर प्रमोशन होइस पढ़ाय बर।ममा के तीन बेटा अउ दू बेटी मोर करके हमन छै लइका राहन घर दुवार बड़े बड़े त रेहे मा कोनों दिक्कत नइ होवत रिहिस।फेर बड़ करलाई होवय मोर मामी ह बही होगे रिहिस।नानी बपुरी ह सबो लइका मन ला संभालय,खाना पीना स्कूल भेजे के जवाबदारी ओकरे बूढ़त काल मा करलाई फेर ममा के बड़े बेटी ह बनेच बड़े रिहिस कुछ काम ल उहूँ संभाल लय।नाना बड़ रुतबादार दाउगिरी अउ हुकुम भर झाड़य मेंहा ममा गाँव मा जरुर राहँव फेर अपन घर जाय बर कई बार रोवँव तको,काबर मामी ह दिमाग से फिरे रिहिस तेकर सेती हमन ल मारे बर दउँड़ा दय नाना ह बचावय हमन ला अउ वोला एक कुरिया मा धाँधय।लेद बरेद उहाँ आठवी तक डर डर के पढ़ेंव।

फेर मोर ममा अउ नानी नाना मोर उपर बड़ धियान देवय।मामी के कारन वो समे बड़ दुख अउ तकनीक हो जय कभू खाना ल फेक दय,कभू चुल्हा मा पानी डाल दय।कभू नौकर पाहटिया ल मार दय बीच मा कभू उहूँ मन काम छोड़ दय।ममा गाँव के जब सुरता करथव जाय बर त सबले पहिली मामी के चेहरा झुलथे।आज भी ममा गाँव जाय मा कउनो खुशी नइ होवय।नाना नानी स्वर्ग सिधार गेहे।ममा बिचारा हवै अउ मामी ह ओइसनेच बही हे।


विजेन्द्र वर्मा

नगरगाँव

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