Saturday 10 July 2021

मोर ममा गांव बिलासपुर-रामेश्वर गुप्ता

 मोर ममा गांव बिलासपुर-रामेश्वर गुप्ता


             जइसे ही मोर स्कूल के वार्षिक परीक्षा ह खतम होवय मोर अकेल्ला ममा ह बिलासपुर ले नवा सायकिल किराया म लेके मोला लाय बर हमर गांव नवापारा पहुंच जात रहिस। ममा के गुंरावट बिहाव होय रहिस त मोर फूफू ह ममा बर बिहाय गय रहिस जेला हमन दीदी ही कहन।सायकिल के डंडी म मोला बैठाके ममा ह लगभग 30 किलोमीटर दुरिहा बिलासपुर ले आवय,फेर दू महीना तक ममा के घर म ही रहंव। जूना बिलासपुर मोहल्ला म अरपा नदी के तीर म ममा के घर हवय। मार्च अप्रैल महीना ले अरपा नदी ह अन्तःसलिला हो जात रहिस।नहाय बर अरपा नदी म जावन त चारों मुड़ा रेती ही रेती दिखय,जेमा कई जगह झिरिया बना के केंवट जाति के भाई मन बारी बखरी बनाके केकरी, फुट,कलिंदर आदि के खेती करत रहिन। नदिया म रेती ला दुनों हाथ ल हटावन तिंहाँ ले पानी के धार निकल जाय तहाँ उही गड्डा म बैठके ठंडा ठंडा पानी म नहात रहेन।बारी बखरी ले केकरी,खीरा मांग के अउ कभू कभू लुका के टोर के खात रहेन। हमर ममा अउ फूफू दीदी के कोनो लोग लइका नइ रहिस त उमन अपन भाँचा ला ही लइका असन मान के खूब दुलार करत रहिन।मोर ममा गांव बिलासपुर म मैं ह पहिली बार मच्छर ला जानेव,बिकट चाबय मच्छर ह।गुपचुप खाय के मजा ममा गांव म ही पाएन। शनिचरी बाजार म मोर ममा के चांउर दुकान रहिस जेमा ममा ह मोंहु ला ले जात रहिस, जुन्ना तराजू म चांउर तौल के देहे ला सीखेंव।ममा ह अपन संग म श्याम टाकीज,मनोहर टाकीज म फिलिम देखावय।अब हमर ममा अउ फूफू दीदी दुनों नइ रहिन अउ हमरो बर बिहाव होगे त पहिली कस ममा घर जाय ला नइ मिलय।हमर ममा ह दूसर बिहाव करके नवा मामी लाईन जेखर डहर ले तीन झन बेटी होइस।अब तीनों के बिहाव हो गय हे, हमर मामी भर ह रहिंथे घर म।



                                   रामेश्वर गुप्ता, बिलासपुर

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