Sunday 4 July 2021

मोर प्राथमिक शाला के सुरता-मनोज वर्मा

 मोर प्राथमिक शाला के सुरता-मनोज वर्मा


      मोर गॉंव प्राथमिक शिक्षा के पढ़ई मोर जनमभूमि बरदा लवन विकास खण्ड अउ जिला बलौदा बाजार मा होइस हे। तब वो समे मा एक झिन *गुरुदेव जी टी आर श्रीवास जेला सब बड़े गुरूजी कहन अउ अभी ले कहिथन* जेन हमर गॉंव मा *तीन पीढ़ी ला पढ़ाय हे*  हमर गॉंव के स्कूल के बनावट घलो बड़ सुग्घर चार ठन कक्षा अउ चारो के मुहटा जुड़े रहय तब गुरु जी बीच मा बइठ के  सब कक्षा ल चलावय तीसरी अउ चौथी कक्षा एके मा बइठन। फेर एक झन अउ *गुरु जी भरत लाल मनहरे* लवन वाला तीसरी मा आइस जेन ला सब *नवा  गुरु जी कहन अउ आज ले सबझन बर नवा गुरु जी रहिगे*। स्कूल मेर हमर घर अउ गॉंव के खेले कूदे के मुख्य जगा उही मेर सरकारी कुॅंआ सबो के तारनहार अउ बड़का तरिया दिन भर उही मेर खेलन अउ घंटी बाजय तब धरापछरहा तरिया मा कूदन, कुरता पेंट ला धरके घर डहर भागन अउ बस्तर ला स्कूल मा मढ़ा के भात खाय आ जानव। हमर नान्हेपन के स्कूल के सबले बढ़िया सुरता पढ़ई के हे, पढ़ई सबके बड़का पोठ रहिस हमर बड़े गुरुजी के नियम रहिस मे आय रहॅंव या मत आय रहॅंव 10 बजिस तहले तुमन सबो कक्षा जोड़से चिल्लाके के पढ़िहव एक कक्षा एके कम एक, त दूसर एक दूनी दो, तीसर एक तीया तीन........ अउ आवाज नहर पार तक आना चाहिए (जेन हा लगभग 300 मीटर दुरिहा हे) कोई गॉंव के मजाक मा कहि दय बड़े गुरुजी ओदे आत हे तब तो नरी के बइठत ले अउ चिल्लावन  अइसने सबला तीस तक पाहड़ा याद रहय, बड़े कक्षा के लइका मन रोज सब कक्षा मा ईमला लिखावन । *आज हमर गॉंव मा नौकरी वाला बहुत हे पी एस सी, एम बी बी एस, अउ अन्य क्षेत्र मा अधिकारी कर्मचारी* इखंरे देन आय। हमर गुरु जी के अतका दबदबा जब प्रभात फेरी मा गली डहर जान अउ ओहर तीन-तीन लइका के जोड़ी बनाके भेज दय अउ अपन स्कूल मा रूकय तभो कखरो हिम्मत नइ रहय लाइन ला तोड़े के पूरा गांव घूम के आत ले आज भी दुनो गुरु जी ला पूरा गांव देवता कस मानथे।


मनोज कुमार वर्मा

बरदा लवन बलौदा बाजार

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