सुरता प्राथमिक शाला के -विजेंद्र वर्मा
मोरो प्राथमिक विद्यालय के पढ़ई लिखई नगरगाँव मा होय हे।ओ पइत लखन दुबे गुरुजी पहिली ले तीसरी तक चौथी मा धीवर गुरुजी जेन बरबंदा गाँव ले आवय अउ पाँचवी मा रुपनारायण दीवान गुरुजी ह पढ़ाय हे।
फेर ओ समे के पढ़ई जीयत भर याद रइही,काबर कक्षा पाँचवी के बात हरे,रुपनारायण दीवान गुरुजी ह स्कूल में पढ़ाय के बाद संझौती सात बजे ले अपन घर मा बुला के सबो लइका मन ला दूं तीन घंटा पढ़ावय।
हमर घर ले गुरुजी के घर हा बनेच दुरिहा राहय। जाय के समे मजा से जात रेहेंव पढ़े बर,फेर रात के आत खानी मोर पारा के मेहा अकेल्ला हो़जव। दू संगवारी रिहिन परस अउ जयनारायण फेर परस के घर शुरू मा आ जय,अउ जयनारायण ह कभू जाय अउ जादा नागा मार दय।मोर बड़े ददा के बेटा मोहन ह तको फेल हो हो के मोरे साथ पढ़हय,फेर वोहा रात मा गुरुजी घर पढ़े ले नइ जात रिहिन।मँय शुरु मा बड़ डर्रावँव त मोला डरवाय खातिर मोहन ह अलग अलग भेष बदल के मोला डरवावय।काबर ओ समे गली मा अँधियार राहय।एकात जघा के चालीस वाट के बलफ चिमनी असन जलत राहय।फेर मोला रोज डराय में वोला बहुत मजा आवय।मँय अपन संगवारी परस ल बतायेंव त एक दिन वोहा उदिम करिन अउ ओकर घर राम लिल्ला के तलवार अउ कुछ मुखौटा राहय तेला संझा कुन एक बियारा मा लुका दिस।अउ रात मा महु ल मुखौटा पहना दिस अउ अपनो ह पहिन लिस,फेर का रात मा अस दउड़ाय हन मोहन ल ओहा मोला दूसरेच दिन ले डरवाय बर छोड़ दिस।वो याद ह आथे ते बिक्कट हाँसी तको आथे।फेर जब्बर पढई गा दीवान गुरुजी के अउ सब्बो लइका ओकर शत प्रतिशत अंक लेके पास होइस।पाँचवी बोर्ड मा मोर उही समे 76प्रतिशत आय रिहिस मोला स्कूल अउ गाँव मा बड़ शाबाशी मिले रिहिस उहू ह आज भी ताजा हे।
का दिन रिहिस हे।पढ़ाई के मिसाल रुपनारायण गुरुजी अउ दोस्ती के मिसाल परस भाई।आज भी हमर दोस्ती हावै फेर दीवान गुरुजी ह गुजर चुके हे बस सुरता मा ओला याद कर लेथन।
विजेन्द्र वर्मा🙏🏽
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