Saturday 11 December 2021

छंद के छ एक परिचय


 *छंद के छ एक परिचय*

                    9 मई 2016 म, जनकवि कोदूराम दलित जी के सुपुत्र श्री अरुण निगम जी द्वारा स्थापित ऑनलाइन वाट्सअप कक्षा छंद के छ, छत्तीसगढ़ी साहित्य म छंदबद्ध गीत कविता के बाढ़ लादिस। 2016 ले लेके आज 2021 तक कुल 17 सत्र सरलग संचालित हे, जेमा लगभग 80,90 प्रकार के छंद ल छत्तीसगढ़ के लगभग सबे जिला के 250 ले जादा कवि मन सीखत अउ सिखावत हें। आवन छंद के छ ल बने ढंग ले जानन--

*काय ए छंद के छ*- 

वइसे तो "छंद के छ" श्री अरुण निगम जी द्वारा 2015 म प्रकाशित एक पुस्तक ए, जेमा लगभग 50 प्रकार के छंद, विधान अउ एक एक उदाहरण सहित छपे हे। छत्तीसगढ़ी म छंदमय काव्य ल पुष्पित पल्लवित करे बर जनकवि श्री कोदूराम दलित जी के नाम सामने आथे, ओखरे लिखे सियानी गोठ ले प्रभावित होके, दलित जी के सपना ल साकार करे बर सुपुत्र श्री अरुण निगम जी विचार करिन कि मैं छंद सीखे के बाद 2 ले 4 पुस्तक अउ छपा सकत हँव, फेर यदि ये विधान ल छत्तीसगढ़ के कवि मन ल बताहूँ त, सिरिफ 2,4 छंदमय पुस्तक नही बल्कि कोरी कोरी पुस्तक छत्तीसगढ़ी भाषा साहित्य के मान बढ़ाही। इही सोच के श्री निगम जी अपन दू चार पहचान के अउ बने लिखइया कवि मन ल मना के, मई 2016 म, सोसल मीडिया के सदुपयोग करत "छंद के छ" नामक पहली सत्र के कक्षा चलाइन। जेमा  छंद के मूलभूत जानकारी अउ मात्रा गणना ले चालू करके छंद कइसे लिखे जाथे तेखर बारे म एक एक करके सिखाये बताये लगिन। सत्र  एक के बाद दूसरा अउ दूसरा सत्र के बाद तीसरा सत्र चले लगिस, साधक मन मन लगाके छन्द लिखे पढ़े लगिन। सत्र बढ़त गिस अउ छंद के छ के नाम घलो बढ़त गिस, दुरिहा दुरिहा जिला के कवि मन छंद सीखे पढ़े म दिलचस्पी देखात गिन। ये प्रकार ले सिरिफ तीने सत्र म "छंद के छ" के नाम के चर्चा, न सिर्फ सोसल मीडिया म बल्कि छत्तीसगढ़ के जमे नवा जुन्ना कवि/ लेखक मन करे लगिन। आज छंद के छ एक आंदोलन के रूप ले चुके हे, जेमा छत्तीसगढ़ के लगभग सबे जिला के साधक मन एक परिवार के रूप म गुरु शिष्य परम्परा के निर्वहन करत छंद सीखत सिखावत हें। अब यदि छत्तीसगढ़ म कोनो ल कहन कि, छंद के छ काय ए? त  एके जवाब आथे- छंद सीखे सिखाये के आन लाइन कक्षा। छत्तीसगढ़ प्रतियोगी परीक्षा म आन लाइन गुरुकुल के नाम से घलो छंद के छ  ल जाने जाथे।  कम शब्द म कहन त---छंद के छ संयम अउ समर्पण ले सुसज्जित, एक आन लाइन कक्षा ए, एक आंदोलन ए, एक परिवार ए।

*हर शनिवार अउ रविवार के होथे आनलाइन गोष्ठी के आयोजन*- 

छंद एक शास्त्रीय विधा आय, जे विशेष मात्रा अउ अपन विशेष लय के कारण विविध नाम ले जाने जाथे। जइसे दोहा छंद, सोरठा छंद, रोला छंद, कुंडलियाँ छंद, अमृतध्वनि छंद, आल्हा छंद, बरवै छंद -------आदि आदि। सबे छंद के मात्रा विधान के संगे संग लय ताल घलो अलग अलग होथे। छंद के छ के मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ी साहित्य ल पोठ करना हे, एखर संगे संग छंदकार ल लिखे के साथ पढ़े बर घलो सिखाना हे, तभे तो मार्च 2017 ले सरलग हर शनिवार अउ रविवार के आनलाइन गोष्ठी के आयोजन होथे। जेमा सबे साधक मन बढ़ चढ़के भाग लेथें। साधक मन ल कोन छंद ल कइसे  लिखना हे, वोला उँखर कक्षा म सिखाये जाथे, अउ कोन छंद ल कइसे पढ़ना या गाना हे, तेला गोष्ठी म। गोष्ठी म परिपक्व होके, छंद परिवार के साधक मन कवि सम्मेलन के मंच मन म घलो छंदबद्ध  गीत कविता के प्रस्तुति देवत हें, अउ ताली बटोरत हें। छंद के छ के ही प्रभाव ए, जे आजकल कवि सम्मेलन के मंच मन म घलो छंदबद्ध विविध  गीत,कविता पढ़े सुने जावत हे। गोष्ठी के एक अउ खास बात हे- हर सप्ताह अलग अलग साधक मन ल गोष्ठी के संचालन करे के दायित्व देय जाथे, जेखर ले हर साधक संचालन करे बर सीखत हें।  गोष्ठी के दिन कोनो परब सपड़ जथे त वो दिन वो परब या फेर दिवस आधारित गोष्ठी होथे, जेमा सबो साधक मन एके प्रकार के विषय म गीत कविता प्रस्तुत करथें। जइसे होली हे, त सब साधक होली आधारित काव्य पाठ करथें। गोष्ठी म बीच बीच म छत्तीसगढ़ के विज्ञ साहित्यकार, गीतकार, कलाकार मन पहुना बनके घलो आथें, अउ मन लगाके छंदबद्ध गीत कविता सुनके आशीष देथें,  एखर से वो पहुना मन छंद परिवार के  नवा जुन्ना साधक मन ला जानथें अउ आपसी मया मेल बढ़थे। छत्तीसगढ़ के कतको नामी शक्स मन छ्न्द के छ परिवार के गोष्ठी म पहुना बनके आयें हें, जेमा  लोक गायिका स्वर कोकिल श्री मति कविता वासनिक जी, कवियित्री अउ अभिनेत्री श्री मति संतोष झाँझी जी, वरिष्ठ साहित्यकार सरला शर्मा जी, गजलकार श्री दिनेश  गौतम जी, अभिनेत्री अउ गायिका श्रीमती शैलजा ठाकुर जी, गीतकार, गायक श्री महादेव हिरवानी जी, साहित्यकार बलदाऊ राम  साहू जी, गजलकार जनाब लतीफ खान जी, साहित्यकार, प्रकाशक अउ शिक्षाविद श्री सुधीर शर्मा जी, वरिष्ठ साहित्यकार गजलकार श्री माणिकविश्वकर्मा नवरंग जी, सुमधुर गायिका श्री मति अनुराग ठाकुर ------आदि के अलावा कई बड़े साहित्यकार अउ कलाकार मन अतिथि के रूप म शामिल हो चुके हे। उहू मन छंद परिवार के अइसन उदिम ले भारी खुश होइन,अउ रंग रंग के छंद के संगे संग सुमधुर राग रंग ल सुनके खूब प्रशंसा करिन। 2017 ले अनवरत चलत छंदबद्ध काव्य गोष्ठी आजो राग रंग के आकर्षण के केंद्र होथे।

*छंद के छ के सत्र अउ साधकगण *

  छंद के छ म, सत्र 1 ले लेके आज सत्र 20 तक, लगभग सबे जिला के साधक मन शामिल हें,नाम गिनावन त- जशपुर, रायगढ़, कोरबा, जांजगीर-चाम्पा, मुंगेली, बिलासपुर, बलौदाबाजार, रायपुर, दुर्ग-भिलाई, राजनांदगांव, बालोद, महासमुंद, गरियाबन्द, कबीरधाम, कांकेर, बेमेतरा,धमतरी, सरगुजा,बस्तर आदि।

*छन्द के छ - सत्रवार साधक*

सत्र - 1 (09 मई 2016)
1. हेमलाल साहू 
2. रमेशकुमार सिंह चौहान, 
3. सुनील शर्मा 
4. सूर्यकान्त गुप्ता 
5. मिथिलेश शर्मा 
6. लोचन देशमुख 
7. देवेन्द्र हरमुख 
8. श्रीमती शकुन्तला शर्मा
9. मिलन मलरिहा

सत्र - 2  (28 सितंबर 2016)
1. चोवाराम वर्मा 
2. गजानन पात्रे 
3. दिलीप कुमार वर्मा 
4. कन्हैया साहू 
5. असकरण दास जोगी 
6. सुनील शर्मा
7. सुखन जोगी 
8. श्रीमती बसंती वर्मा 
9. श्रीमती रश्मि गुप्ता 
10. श्रीमती आशा देशमुख
11. रेखा पालेश्वर

सत्र - 3 (07 जनवरी 2017) 
1. ज्ञानुदास मानिकपुरी 
2. मनीराम साहू 
3. जितेंद्र वर्मा खैरटिया 
4. मोहनलाल वर्मा
5. हेमंत मानिकपुरी 
6. दुर्गाशंकर इज्जतदार 
7. अजय अमृतांशु 
8. श्रीमती रश्मि गुप्ता
9. सुखदेव सिंह अहिलेश्वर


सत्र - 4 ब(29 अप्रैल 2017)
1. आर्य प्रजापति 
2. मोहन कुमार निषाद 
3. महेतरू मधुकर 
4. संतोष फरिकार 
5. तेरस राम कैवैर्त्य 
6. पुखराज यादव 
7. सुरेश पैगवार
8. ललित साहू जख्मी  
9. श्रवण साहू 
10. श्रीमती दीपिका झा
11. बलराम चंद्रकार

सत्र 4 अ - (29 अप्रैल 2017) 
1. पुष्कर सिंह राज @
2. राजेश कुमार निषाद 
3. अरुण कुमार वर्मा @
4. अनिल जांगड़े गौंतरिहा @
5. जितेंद्र कुमार मिश्र @
6. पोखन जायसवाल 
7. दिनेश रोहित चतुर्वेदी @
8. जगदीश हीरा साहू 
9. कौशल कुमार साहू 
10. तोषण चुरेन्द्र

सत्र - 5 (28 सितंबर 2017) 
1. पुरुषोत्तम ठेठवार 
2. विद्यासागर खूँटे @
3. मेहतरु मधुकर @
4. परमेश्वर अंचल @
5. बोधनराम निषादराज 
6. मथुरा प्रसाद वर्मा
7. श्रीमती ज्योति गभेल 
8. श्रीमती नीलम जायसवाल 
9. श्रीमती प्रियंका गुप्ता @
10. श्रीमती आशा आजाद

सत्र - 6   (10 जनवरी 2018)
1. राजकिशोर धीरही 
2. रामकुमार साहू 
3. ललित साहू जख्मी 
4. दीनदयाल टंडन 
5  जगदीश हीरा साहू 
6. गुमान प्रसाद साहू 
7 मीता अग्रवाल 
8. बलराम चंद्रकार 
9. शुचि भवि 
10. बालक दास निर्मोही 
11. कुलदीप सिन्हा 
12.राम कुमार चंद्रवंशी 
13. महेंद्र कुमार माटी 
14. अनिल पाली 
15. धनसाय यादव 
16. ईश्वर लाल साहू आरुग 
17. गजराज दास महंत 


सत्र - 7 (अ) 04 जून 2018
1. अशोक धीवर जलक्षत्री 
2. राधेश्याम पटेल 
3. सावन गुजराल 
4.उमाकांत टैगोर 
5. राजकुमार बघेल 
6. नवीन कुमार तिवारी @
7. निर्मल राज @
8. योगेश शर्मा @
9. सीमा साहू @
10. सुधा शर्मा 
11. केवरा मीरा यदु


सत्र 7 (ब)  04 जून 2018
1.दीपक कुमार साहू 
2.मिनेश कुमार साहू 
3. द्वारिका प्रसाद लहरे 
4. संदीप परगनिहा @
5. महेंद्र कुमार बघेल 
6. गजराज दास महंत 
7. युवराज वर्मा @
8. हीरालाल गुरुजी 
9. अनुभव तिवारी @
10. ईश्वर साहू बंधी
 
सत्र - 8 (10 जनवरी 2019)
1. गीता विश्वकर्मा @
2. चित्रा श्रीवास 
3. तुलेश्वरी धुरंधर @
4. दीपाली ठाकुर @
5. शोभा मोहन श्रीवास्तव 
6. सुनीता कुर्रे @
7. स्नेह लता सीतापुर सरगुजा @
8. मीना जांगड़े @
9. सरस्वती चौहान 
10. रामकली कारे
11. शशि साहू कुल 11 

सत्र - 9 (26 जनवरी 2019)
सर्वश्री
1. अश्वनी कोसरे 
2. चंद्रेश्वर सिंह दीवान
3. ज्वाला प्रसाद कश्यप
4. धनराज साहू @
5. विरेंद्र कुमार साहू 
6. संतोष कुमार साहू 
7. केशव पाल
8. नमेन्द्र कुमार गजेंद्र
9. लक्ष्मीनारायण देवांगन
10. कमलेश वर्मा
11. जितेंद्र कुमार निषाद
12. श्लेष चंद्रकार

सत्र - 10 (29 सितंबर 2019) 
1. अमित टंडन 
2. जुगेश कुमार बंजारे 
3 तोरण लाल साहू 
4 दीपक कुमार निषाद 
5 देवेंद्र पटेल 
6 बृजलाल भावना 
7 भागवत प्रसाद साहू 
8 लालेश्वर अरुणाभ 
9. लीलेश्वर देवांगन 
10 हरीश अष्टबंधु

सत्र 11 - (12 जनवरी 2020)
1. तेजराम नायक 
2. अनिल सलाम 
3. सुखमोती चौहान @
4. धनेश्वरी सोनी 
5. धनराज साहू बागबाहरा @
6. विजेंद्र वर्मा 
7. मोहनदास बंजारे 
8. जितेंद्र कुमार साहिर 
9. मनोज कुमार वर्मा 
10. मिलन मलरिहा

सत्र - 12  (25 मई 2020) 
1. डर्मेंद्र कुमार रौना 
2.अमृत दास साहू 
3. इंद्राणी साहू 
4. एकलव्य साहू 
5  ओम प्रकाश साहू अंकुर 
6. गोवर्धन परतेती 
7. धनराज साहू मनहोरा खुज्जी 
8. नंदकुमार साहू नादान 
9. मनीष साहू 
10. रमेश कुमार मंडावी 
11. राजकुमार चौधरी 
12. शिव प्रसाद लहरे
13. शेर सिंह परतेती

सत्र - 13 (28 सितम्बर 2020) 
1.अशोक कुमार जायसवाल 
2. कमलेश मांझी 
3. चंद्रहास पटेल 
4. टिकेश्वर साहू 
5. प्रिया देवांगन
6. दीपक तिवारी 
7. नारायण प्रसाद वर्मा 
8. पूरन जायसवाल
9. रीझे यादव 
10.सुनील शर्मा नील 
11. गजराज दास महंत
12. सुरेश निर्मलकर 
13. भागबली उइके

सत्र - 14 (10 जनवरी 2021)
1. अजय शेखर नेताम नैऋत्य
2. अनुज छत्तीसगढ़िया 
3. अन्नपूर्णा देवांगन 
4. केतन साहू खेतिहर
5. तिलक लहरे 
6. मेनका वर्मा 
7. राकेश कुमार साहू 
8. वसुंधरा पटेल 
9. संगीता वर्मा 
10. सुजाता शुक्ला 
11. देवचरण धुरी
12. पद्मा साहू 
13. मनोज यादव

सत्र - 15 (14 मई 2021) 

1. आशुतोष साहू 
2 डी.एल. भास्कर 
3 दूज राम साहू 
4 धर्मेंद्र डहरवार 
5 नंद किशोर साहू 
6 नागेश कश्यप 
7 नारायण प्रसाद साहू 
8 प्रदीप कुमार वर्मा 
9 भागवत प्रसाद 
10 महेंद्र कुमार घृतलहरे 
11 रमेश चोरिया 
12 रवि बाला राजपूत 
13 राजेंद्र कुमार निर्मलकर 1
4 रोशन लाल साहू 
15 सुमित्रा कामड़िया

सत्र - 16 (28 सितम्बर 2021)

1. डीलेश्वर साहू 
2. दिलीपकुमार पटेल 
3. नेहरुलाल यादव 
4. पुर्नोत्तम साहू 
5. भीजराम वर्मा 
6. ममता हीर राजपूत 
7. मुकेश उयके 
8. राज निषाद 
9. वीरू कंसारी 
10. शीतल बैस 
11. केदारनाथ जायसवाल

सत्र - 17 (28 सितम्बर 2021)
1. कृष्णा पारकर 
2. तिलेश कुमार यादव 
3. दयालू भारती 
4. दुष्यन्त कुमार साहू 
5. द्रोण कुमार सार्वा 
6. भैलेन्द्र रात्रे 
7. मनीष कुमार वर्मा 
8. शैल शर्मा 
9. साँवरिया निषाद 
10. चूड़ामणि वर्मा 
11. बाल्मीकि साहू

सत्र 18 (10 जनवरी 2022)

(1) ओमप्रकाश पात्रे बेमेतरा
      
(2) जागृति बघमार
      
(3) पूनम कुमार कंसारी नयापारा राजिम
      
(4) प्यारेलाल साहू मरौद
      
(5) अनिता चंद्रकार,बेमेतरा

(6) भारती राजपूत रायगढ़
      
(7) राधेश्याम सिंह बैस
      
(8) शिवानी कुर्रे
      
(9) गौरीशंकर कश्यप, देवभोग
      
(10) तुषार शर्मा नादान, राजिम
         

सत्र 19 (10 जनवरी 2022)

 (1)  लिखेश्वर साहू सौंगा मरौद मगरलोड
         
(2) भूखनलाल वर्मा धामनसरा सुरगी राजनादगाँव
       
 (3) रूपेश कुमार चौहान- हरदीबाजार कोरबा
      
 (4)परमानंद साहू '"प्रकाश*- धनोरा बालोद
      
(5) वासु यादव, कांकेर   
     
(6) धनेश कुमार वर्मा अर्जुनी
बलौदा बाजार
       
(7) कैलाश कुमार साहू
 लोरमी, जिला- मुंगेली 
       
(8) ,मोहन कबीरपंथी दानी कोकड़ी
      
(9) गीता शिशिर चंद्राकर, भिलाई
       
(10) भारती पटेल भवि,
        


सत्र 20 (03 मई 2022)

1. पंकज मेश्राम, भिलाई

2. हेमलाल सहारे, राजनाँदगाँव

3. ग्वाला यादव, जोशी-लमती

4. जितेंद्र वर्मा वैद्य,धमधा

5. देवेन्द्र परिहार, मुंगेली

6. डोरेलाल कैवर्त कोरबा

7. राधेश्याम ध्रुव, भीरागांव, भानुप्रतापपुर

8. बेदराम पटेल, डोंगरगढ़

9. कमलेश प्रसाद शर्मा , गंडई

10. श्रीमती नीलम वर्मा, बेमेतरा 
      
11. डोमेन्द्र नेताम, मुण्डाटोला, डौंडीलोहारा
     
12. कन्हैयालाल मेश्राम, किरगी, अर्जुनी

13. गुलशन खम्हारी, आमगाँव, तमनार, रायगढ़

14. राज साहू, समोदा (आरंग) रायपुर

15. अजय पटनायक, डोलेसरा तमनार, रायगढ़



सत्र 21(27 सितंबर 2022)

1. श्री नोकेश मधुकर, खैरा लोरमी - 8770351209

2.संजय निषाद,कुटेला कुरूद आरंग - 9575524505

3. दुष्यंत कुमार साहू, डूंड्रा रायपुर- 9926156014

4.जगन्नाथ ध्रुव, घुंचापाली बागबाहरा- 8959582197

5.पप्पू पटेल, लब्दा पोड़ी कोरबा- 9399028204

6.ईश्वर निषाद - ग्राम-सलधा बेमेतरा- 6262220394

7.योगिता साहू, ग्राम - चोरभट्टी,धमतरी- 6260293105

8. संजू ऊके, गंडई, जिला खैरागढ़- 9009864553

9. जलेश्वर दास मानिकपुरी,       -9669708441

10. आशीष बघेल,बहुनवागाँव बेमेतरा- 9301148744

11. दिनेश साहू,बाजार अतरिया खैरागढ़- 9098981250

12.संजय निषाद, मुसकी महासमुंद- 9754168016
      

                    हर बछर तीन बेर लगभग 10 या 12 साधक ल लेके एक नवा सत्र के शुभारंभ होथे-  पहला सत्र नवा साल बर(जनवरी), दूसर सत्र अक्ति बर(मई) अउ तीसर सत्र दलित जी के पुण्यतिथि बर(सितम्बर)। कोनो सत्र म जादा साधक मनके नाम आ जथे त वो सत्र ल अ अउ ब म बाँट दिये जाथे। ये प्रकार ले आज छत्तीसगढ़ के चारो कोती के लगभग 250 साधक मन छ्न्द के छ के आंदोलन म जुड़के छंद सीखत हे।
                   
**छंद के छ के गुरुजी*-

छंद के छ परिवार के मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ी साहित्य के बढ़वार हे, अउ ये तभे सम्भव हे जब लिखइया अउ सीखइया रहय, तेखर सेती छंद परिवार "सीखो अउ सिखावव" के नारा लेके आघू बढ़त हे, अउ एखरे प्रमाण ए कि, आज छंद परिवार ले 200 ले आगर साधक मन सीखत अउ सिखावत हें। सत्र 1,2 अउ 3 ल श्री अरुण कुमार निगम जी खुदे छंद लेखन म पारंगत करिन, तेखर बाद इही सीखे पढ़े साधक मन आन कक्षा म गुरु के दायित्व सम्हालत गिन अउ सत्र बढ़त गिस। आज श्री अरुणकुमार निगम जी के आलावा श्री चोवाराम  वर्मा बादल जी, श्री दिलीप कुमार वर्मा जी, श्री मति आशा देशमुख जी, श्री मनीराम साहू मितान जी, श्री मोहनलाल वर्मा जी, श्री अजय अमृतांशु जी, श्री सूर्यकांत गुप्ता, श्री पोखनलाल जायसवाल, श्री जीतेन्द्र वर्मा खैरझिटिया जी, श्री ग्यानु मॉनिकपुरी जी, श्री सुखदेवसिंह अहिलेश्वर जी, श्री गजानन्द पात्रे जी, श्री बलराम चंद्राकर जी, श्री महेंद्र बघेल जी, श्री राम कुमार चन्द्रवंसी जी,  श्री मति शोभामोहन श्रीवास्तव जी,श्री बोधनराम निषादराज जी, श्री मथुरा प्रसाद वर्मा जी, श्री वीरेंद्र साहू जी, डॉ मीता अग्रवाल जी, श्री कमलेश कुमार वर्मा जी,  श्री श्लेष चंद्राकर जी, श्री पुरषोत्तम ठेठवार जी, श्री अशोक धीवर जलक्षत्री जी,श्री डी पी लहरे जी अउ श्री अश्वनी कोशरे जी, नेमेंद्र कुमार गजेंद्र, विजेंद्र वर्मा,मनोज वर्मा,इंद्राणी साहू, नीलम जायसवाल--- आदि मन गुरुजी के भूमिका निभावत हें। गुरु शिष्य परम्परा के बानगी छंद परिवार म सहज दिखथे।

*स्थापना दिवस समारोह*-

आनलाइन कक्षा म जुड़े साधक मन जब आपस म मिलथें तब उँखर खुशी के ठिकाना नइ रहय, इही मया मेल, भेंट भलाई खातिर छंद परिवार मनाथें- स्थापना दिवस समारोह। ये दिवस बिना कोनो नेता मंत्री के छंद परिवार अउ आसपास के विज्ञ साहित्यकार, कलाकार मनके उपस्थिति म सम्पन्न होथे। स्थापना दिवस समारोह म जउन साधक मन छंदबद्ध पुस्तक छपवाये रहिथे ओखर विमोचन घलो होथे। अउ पधारे जम्मो साहित्यकार मन  कविता पाठ करथें। स्थापना दिवस समारोह मई महीना म मताये जाथे।  पहली स्थापना दिवस समारोह 2017 म, वरिष्ठ छंद साधिका श्री मति शकुंतला शर्मा जी के संयोजन म भिलाई म सम्पन्न होइस। दूसर स्थापना दिवस समारोह 2018 म छंदकार मनीराम साहू मितान जी के संयोजन म सिमगा म सम्पन्न होइस। तीसर स्थापना दिवस समारोह 2019 म कबीरधाम के साधक मनके संयोजन म कवर्धा म सम्पन्न होइस। कोविड-19 के कारण 20 अउ 21 म स्थापना दिवस समारोह बाधित रिहिस।

*दिवाली मिलन समारोह-*

 दिवाली मिलन समारोह के मुख्य उद्देश्य घलो आपसी मेल, मिलाप हे। ये समारोह नवम्बर महीना के आसपास आयोजित कर जाथे। पहली दिवाली मिलन समारोह 2017 म श्री चोवाराम वर्मा बादल जी के संयोजन म हथबन्द जिला बलौदाबाजार म सम्पन्न होइस। दूसर दिवाली मिलन समारोह 2018 म श्री बलराम चंद्राकर अउ  श्री सूर्यकान्त गुप्ता जी के संयोजन म रायपुर म सम्पन्न होइस। 2019 के दिवाली मिलन समारोह श्री सुरेश पैगवार जी के संयोजन म जांजगीर नैला म आयोजित रिहिस, फेर जनकवि लक्ष्मण मस्तुरिया जी उही समय हम सब ला छोड़ के परलोक सिधार गिन, ते पाय के नवम्बर 2019 के दिवाली मिलन समारोह मस्तुरिया जी ल समर्पित आयोजन रिहिस।  2020 के दीपावली मिलन समारोह कोरोना  महामारी के कारण नइ हो पाइस। 2021 म चतुर्थ दिवाली मिलन समारोह श्री विजेंद्र वर्मा अउ बलराम चंद्राकर जी के संयोजन म भिलाई म सम्पन्न होइस।
                येखर आलावा श्री अजय अमृतांशु जी के संयोजन म 2017 म सुरता दलित जी, नाम से एक छन्दमय कवि सम्मेलन आयोजन बलौदाबाजार जिला म होय रिहिस, अउ 2019 के अन्तर्राष्ट्रीय  पुस्तक मेला रायपुर म छंद के छंद परिवार ल एक सत्र कवि सम्मेलन बर प्रदान करे गे रिहिस।

*छत्तीसगढ़ी साहित्य अउ छंद के छ परिवार*- 

 छंद के छ म जुड़े जम्मो साहित्यकार मनके जवाब नइहे, इँखर कलम म गजब धार हे, छंद के छ म जुड़े के पहली, मुक्त छंद म कई पुस्तक ये मन लिख चुके हें, फेर छंद के छ ले जुड़े के बाद छंदमय पुस्तक के घलो बरसात करत हें, महज 4,5 बछर म छंद साधक मनके कतको छंदमय पुस्तक सामने आ चुके हे। कुछ पुस्तक के नाम- जइसे चोवाराम वर्मा बादल कृत- छंद बिरवा, मनीराम साहू मितान  कृत-  हीरा सोना खान के(प्रबन्ध काव्य),महाप्रसाद(प्रबन्ध काव्य), रमेश चौहान कृत- आँखी रहिके अंधरा(कुंडलियाँ संग्रह), दोहा के रंग, छंद चालीसा, छंद के रंग, शकुंतला शर्मा कृत- छंद के छटा, राम कुमार चन्द्रवंशी कृत- छंद झरोखा, छंद बगइचा, जगदीश साहू हीरा कृत- सम्पूर्ण रामायण(मनका- सार छंद में), छंद संदेश, बोधनराम निषाद राज कृत- अमृतध्वनि छंद संग्रह, छंद कटोरा, आदि छंदमय पुस्तक छत्तीसगढ़ी साहित्य ल पोठ करत हे। पाठक मनके मया घलो बरोबर मिलत हे। एखर आलावा छंद परिवार के साधिका आशा देशमुख ह  लंकापति रावण रचित शिव तांडव के छत्तीसगढ़ी म भावानुवाद करे हे, वइसने धनेश्वरी सोनी गुल ह, हनुमान चालीसा ल छत्तीसगढ़ी म पिरोय हे। छंद परिवार के वरिष्ठ साधक अउ गुरु श्री चोवाराम वर्मा बादल जी ह रामायण के छत्तीसगढ़ी भाषा म छंदमय अनुवाद करे के बीड़ा उठाए हे, त श्री पुरषोत्तम ठेठवार जी ह श्री मद भागवत के 18 अध्याय ल छंदबद्ध करत हे। एखर आलावा जीतेन्द्र वर्मा खैरझिटिया के छंद सरगम, धनेश्वरी सोनी गुल के 300 सवैया संग्रह, बोधनराम निषादराज जी के 300 हरिगीतिका छंद संग्रह, त्रिभंगी छंद संग्रह, सुखदेव सिंह अहिलेश्वर के छंद अँजोर, आशा देशमुख जी के छंद चंदौनी बहुत जल्दी पाठक मन के हाथ म आने वाला हे। छत्तीसगढ़ी के संगे संग मातृभाषा हिंदी म घलो बरोबर पुस्तक छंद साधक मन लिखत हें। 

*सोसल मीडिया के सदुपयोग-*

सोसल मीडिया के ही प्रताप आय जे छत्तीसगढ़ के चारो कोती के कवि मन वाट्सअप के माध्यम ले छंद जे छ के आनलाइन कक्षा म, छंद सीखत अउ सिखावत हे, कोनो एक जघा क्लास लगाके अइसन कर पाना सम्भव नइ रिहिस।  जब 2019-20 म पूरा विश्व कोविड के महामारी ले त्रस्त अउ भयभीत रिहिस, चारो मुड़ा अशुभ समाचार मिलत रिहिस, वो समय छंद परिवार के साधक मन अपन अधिकतर समय छंद सीखे म,अउ ऑनलाइन गोष्ठी म सीखे छंद ल पढ़े म लगाइन। कतको साधक मन पुस्तक छपाये के तैयारी करिन। इही आनलाइन गोष्ठी ल अइसन आफत के बेरा म पूरा छत्तीसगढ़ काव्य पाठ बर बउरिन, जेला छंद के छ परिवार 2017 ले उपयोग म लावत हें। ये प्रकार ले कोविड काल म छंदपरिवार सोसल मीडिया के जरिये एक होके डर भय दुख सुख बाँटिन अउ विजय हासिल करिन। 
             15 अगस्त 2017 के छंद परिवार छंद खजाना नामक एक ब्लॉग बनाइन, जेमा साधक मनके छंद संग्रहित हे।  तीज, तिहार, बार, तिथि विशेषांक छंदबद्ध कविता के विशेष संग्रह घलो इही ब्लाग म हे। कुल मिलाके यदि गिनती किया जाय त, लगभग 90, 100 प्रकार के 10,000 ले जादा छंदबद्ध कविता संग्रहित होही। जेला न सिर्फ भारत के बल्कि आन देश के  पाठक मन तको बरोबर पढ़थे। 
गूगल म http:chhandkhajana.blogspot.com टाइप करके विविध प्रकार के छंद एक संघरा पढ़े जा सकत हे। एखर आलावा फेसबुक म घलो छंद के छ नाम से एक समूह हे, जेमा छंद परिवार के इतर आन लेखक कवि मन घलो जुड़े हे, जिंहा छंदबद्ध रचना साधक अउ कवि मन पोस्ट करते रहिथे। छंद के छ सोसल मीडिया के ही उपज आय, जेला श्री अरुण निगम जी, छंद सीखाय बर चुनिन, अउ उँखर नेतृत्व, मार्गदर्शन  म छंद के छ आजो सरलग चलत हे। छंद परिवार के साधक मन  आकाशवाणी अउ दूरर्दर्शन म घलो छंदबद्ध काव्य पाठ हें। समाचार पत्र, पत्रिका मन म घलो छन्दबद्ध रचना स्थान पावत हे।

*छंद के छ के उद्देश्य*-

 छंद के छ के एक मात्र उद्देश्य- छत्तीसगढ़ी भाषा साहित्य ल पोठ करना हे। छंद के छ के प्रभाव ले छत्तीसगढ़ी शब्द मन म एकरूपता सहज देखे बर मिलत हे, संगे संग हिंदी वर्णमाला के 52 आखर सब झन बउरत हें। भाव पक्ष के संग कविता के कलापक्ष मजबूत होवत हे। विषय म विविधता घलो सहज दिखत हे, घर बन खेत खार के आलावा विधि, विज्ञान, शिक्षा, संस्कार, जन जागृति अउ नवा नवा चीज ऊपर साहित्य सृजन होवत हे। छंद के छ के एक उद्देश्य सीखे के संगे संग सीखाना घलो हे, तभे तो आज अतेक अकन सत्र सुचारू रूप ले संचालित होवत हे। नँदावत गुरु शिष्य परंपरा के झलक छंद के छ परिवार  म देखेल मिलथे। सीखे सिखाये के हमर  इही उद्देश्य ल देखत छत्तीसगढ़ के आन सुजान साहित्यकार मन घलो अपन ज्ञान ल सोसल मीडिया के जरिये बगरावत दिखिस। छंद के छ संयम अउ समर्पण के माला म गुथाय एक परिवार आय, जे सीखे पढ़े के साथ साथ एक विशेष समूह खुला मंच द्वारा अपन सुख दुख ल घलो बाँटथे। छंद के छ छत्तीसगढ़ी भाँखा महतारी के सेवा म सतत लगे हे, अउ खरा उतरत घलो हे, चारो कोती छंद के छ के शोर हे। परिवार के साधक मनके आलावा आन कवि मन घलो छंदमय सृजन करत हे, अउ कतको मन हिंदी, छत्तीसगढ़ी म छंद सीखत अउ सिखावत हें। कवि सम्मेलन, पत्र पत्रिका, सोसल मीडिया  अउ इती उती चारो कोती गूँजत  छंद के शोर, छंद के छ के उपलब्धि आय।

जीतेंद्र वर्मा"खैरझिटिया"
बाल्को, कोरबा(छग)

20 comments:

  1. बहुत सराहनीय उदिम

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  2. "छंद के छ" छत्तीसगढ़ी साहित्य के एक नवा युग आय..।

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  3. अब्बड़ सुग्घर विस्तृत ऐतिहासिक स्मरणीय जानकारी भइया सुरू ले लेके अभी तक के हमर पूरा छंद परिवार के 🙏🙏

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  4. बहुत सुग्घर " छंद के छ " के गतिविधि अउ उद्देश्य विस्तार भरे समाहित जानकारी। हमर पूरा छंद परिवार के गुरु शिष्य परम्परा के अनुशासित संयमित निर्वहन सरलुग सब निभात हे....💐💐💐🙏🙏

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  5. बड़ सुग्घर संकलन

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  6. छंद के छ के बहुत सुग्घर इतिहास बन गे। गुरुदेव जी सादर नमन

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  7. छन्द के छ के सम्पूर्ण परिचय। गुरूदेव जी ला सादर प्रणाम

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  8. बहुत बढ़िया परिचय छंद के छ अब वटवृक्ष बनगे हावय।
    कतको पंछी मन के बसेरा हे।

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  9. छन्द के छ के जय होवय

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  10. छंद के छ परिवार के विस्तृत परिचय

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  11. छंद के छ जउन काम करत हे इतिहास बनही,

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  12. बड़ सुग्घर विस्तृत आलेख। छन्द के छ परिवार बड़ सुग्घर परिचय। बहुत बहुत बधाई 💐🖊️🙏

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  13. जितेन्द्र जी के सुग्घर उद्यम। साधक अउ गुरुदेव मन के पूरा ब्यौरा इतिहास के रूप मा संकलित होगे।

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  14. अद्भुत अद्भुत अद्वितीय उदिम

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  15. बहुत बढ़िया संकलन, जेमा छंद के छ परिवार के पूरा इतिहास अउ योगदान के गजब विवरण खैरझिटिया गुरुदेव मन प्रस्तुत करे हें।

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  16. ए आलेख मा जम्मों बात हमागे।
    अउ एक नवा इतिहास लिखागे।।

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  17. बहुत बढ़िया संकलन
    मैं नवसेखिया आज छंद परिवार मा आके अपन गहराई लाजानेंव
    गुरूदेव सादर पायलागी
    छंद ज्ञान देवइया गु्रुजी मन ला पायलागी

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  18. जबरदस्त संकलन गुरूदेव

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  19. हमर छंद परिवार के अद्भुत संकलन गुरुदेव

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  20. धरोहर संकलन। छंद परिवार का गागर में सागर

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