Friday 8 October 2021

छत्तीसगढी ब्यंग=राजकुमार चौधरी

 =छत्तीसगढी ब्यंग=राजकुमार चौधरी


===आधार बिना अधर मे====


        आधार बिना अधर मा हावस तोला मालूम हे कि नही ? आज के जमाना मा होवय या पाछू जुग के बात। जेकर आधार नइये वो धारे धार बोहाथे ।

छत्तीसगढी मा आधार ला धारन के रूप मा समझे जा सकथे। धारन वो हरे जेकर उपर घर के सबो भार रथे। धारन सरकिस तब छानी पटिया कांड़ कोरई सबो जोरॅग जथे। भले समय के सॅग एकर नाॅव कालम बीम हो गेहे। ये तो सामान्य व्यवहार के गोठ होगे।फेर अब मनखे उपर घलो लागू होवत हे। एक झन तिलक धारी ला पूछ पारेव------कस महराज ये आधार का होथे? तब महराज कथे---------बेटा ये सब आध्यात्म के बात हरे ।ये संसार ले पार होना हे तौ राम नाम के आधार होना जरूरी हे। रमायन असन ग्रंथ मा लिखाय हे------

राम नाम एक प्राण अधारा,

सुमर सुमर नर उतरहि पारा।

अब समझ सकथस अधार का हरे तेला। 

            घर परिवार मा माई मूड़ी सियान रथे तेन हर पहिचान अउ अधार आय। आपसी प्रेम अखंडता अउ सद्भाव हर समाज के अधार आय। एकता अखंडता अउ अर्थ बल हा पूरा देश के आधार आय। जेन देश के तिर ये तीनो अधार हे ओला कोनो नइ हिला सकय। ये आधार के महत्तम सदा दिन से हे। फेर मजेदार बात ये होगे कि कतको धारन के उपर खड़े रह,ख्यातिमान पहिचान रहे।फेर जब तक तोर तिर आधार कारड के अधार नइये माने तैं बिन अधर के हस। ये बात सरकार कोती ले हो गेहे । येखर सेती अधार कार्ड ला मुड़सरिया मे राख के सूते ला परथे। सब लूट जाय चोरी हो जाय। गॅवा जाय फेर अधार कार्ड सहीं सलामत रहना चाही। अधार कार्ड बचगे माने तॅय बचगे। अधार कार्ड ला हर सरकारी अउ गैर सरकारी दफ्तर मा अपन नाम के सॅग लिंक करवाना जोड़वाना घलो जरूरी हे। एकर ले धांधली गड़बड़ी घोटाला उपर लगाम लगही अइसनो बताथे।तब चलव यहू ला देख लेथन कोन कतका काला रोक पाथे। मनखे आनलाईन जुड़गे। खेत खार घर पट्टा परचा सब मा आधार लिंक होगे। फेर अवैध अघोषित अपार सम्पत्ति वाले उपर कते दिन लागू होही।मुक्तिधाम मा मुरदा लेगत लाश के नरी मा अधार कार्ड लटकाय ला परही। आनलाईन जाॅच होही। उही हरे कि दूसर तब लाश ला भूंजे के परमिसन मिलही। मॅय भुगत भोगी हरवॅ। हमर कका अकस्मात मरगे। कका के आधार कार्ड नइ बने रिहिस। बिना अधार कार्ड के मरचूरी ले लाश निकालत ले हम्मन लस्स खा गेन। बिना आधार के अस्पताल के अधिकारी मन कका ला दू दिन ले मरचूरी मा सरो दिन । लेनी देनी करके पटायेन तब कका के गत बनायेन। अभी अभी खबर सुने ला मिलिस कि बिना अधार कार्ड के एक झन गर्भवती महिला ला अस्पताल मा भरती नइ लिस। वो महिला लइका ला वार्ड मा नहीं रोड मा जनम दिस। ये हरे हमर अधार ब्यवस्था के प्रभाव अउ महत्तम। 

      हमर घर कभू झगरा हो जाथन तब टूरा के दाई राशन कार्ड ला धर के मइके भागे के धमकी देथे काबर कि राशन कार्ड महिलि मन के नाम मा हे। तब भगवान ले बिनती करत रथों कि हे भगवान ये हर सबो ला धर के भाग जाय फेर मोर अधार कार्ड ला धरके झन जाय। ओकर नाॅव लेके अतका डर समा गेहे कि हप्ता पॅदरही मा संदूक खोल के एक बे जरूर देखथवॅ। राशन कार्ड जाही ते एक रूपिया किलो के चांऊर जाही ।अउ सॅग मा अधार कारड चल दिस तब हो गेंवन बिन अधार के। जिनगी भर अधर मा झूलत रहूं।

         कतको घर रमायन गीता आल्हा भागवत के किताब ला लाल कपड़ा मा बाॅधके पूजा ठऊर मा राखे रथे। हमर मितान लाल कपड़ा मा राशन कार्ड अधार कार्ड मतदाता कार्ड स्मार्ट कार्ड रोजगार कार्ड किसान क्रेडिट कार्ड आयुस्मान कार्ड  अउ जतका कारड हे तेला बाॅध के पूजा करत अगरबत्ती देखावत रथे। बीच बीच मा अधार कार्ड ला खोल के देखथे अउ पांव पर के राखथे। तब कहे जा सकत हे कि अधार कार्ड ही सब के अधार आय। राम नाम के अधार ले पार तो उतरबो फेर ओकर ले पहिली दुनिया दारी ले पार होय बर अधार कारड के अधार होना जरूरी हे। मान चाहे झन मान अधार हरे सबके पहिचान ।


राजकुमार चौधरी "रौना"

टेड़ेसरा राजनादगाॅव🙏

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