Wednesday 9 September 2020

फैसला-चोवाराम वर्मा (लघु कथा)

 फैसला-चोवाराम वर्मा

          (लघु कथा)


आज सुसायटी व्यवस्थापक शांतिलाल वर्मा के मुकदमा जेन ल चलत चार साल होगे हे के फैसला के दिन हे। वोह अपन घरवाली संग कोर्ट म हाजिर हे। दूनों पक्ष के वकील मन घलो आगे हें। विरोधी पक्ष के कुछ झन कोर्ट म त कुछ झन बाहिर म सकलाये हें।

       जज साहब के आये के बाद कुछ कानूनी औपचारिकता पूरा होइस तहाँ ले जज साहब ह फैसला सुनावत कहिस -  पुलिस के केस डायरी, जब्त चाँवल अउ गवाह मन के बयान के बनिस्बत शांतिलाल वल्द भूरेलाल वर्मा ल सरकारी संपत्ति म अमानत म ख़यानत करके सोसायटी के बीस क्विंटल चांवल ल बेंचे के कारण आई पी सी के धारा ४०९ के तहत  चार साल के सश्रम सजा दे जाथे। वोला तुरंत जेल दाखिल करे जाय।

       फैसला ल सुनके शांतिलाल के बाई ल मूर्छा आगे।निरपराध शांतिलाल के आँखी ले आँसू के धार बोहाये ले धरलिच। ओला चार साल पहिली घटे घटना के सुरता मन आये ल धर लिच जब एक दिन झकझक ले कुर्ता पायजामा पहिने एक झन नवयुवक जेन ह अपन ल सत्ताधारी दल के जिलाध्यक्ष बतावत रहिसे के संग म पचीस-तीस झन मनखे मन दनदनावत सुसायटी के आफिस म घुसके कोनो आयोजन बर फोकट म बीस कुंटल चावल अउ दस हजार रुपया के माँग करे रहिन। जब वोहा कहे रहिस कि-- अते कस चाँवल अउ पइसा कहाँ ले अउ काबर  देहूँ । अइसे भी चांँवल उपरे ले कम आथे जेकर भरपाई अपन तनखा ले करे ल परथे। 

तब  वो नवयुवक मोर्चा के जिलाध्यक्ष ह औखर औखर गाली  देवत कहे रहिसे - तोला भ्रष्टाचार म फँसा के जेल भेजवा देबो। तोर नौकरी ल खा जाबो।  उहू याद आवत हे कि कइसे जबरदस्ती बीस बोरा चाँऊर ल टेक्टर म भरवाके लेगे रहिन हें। कइसे घेरी-बेरी हाथ पांँव जोरे म पुलिस ह रिपोर्ट लिखे रहिसे। कइसे उल्टा ओकरे  जांँच होके आज ए तरा फैसला आइस हे।

   कोर्ट ले हथकड़ी लगे शांति लाल बाहिर लिकलिच त का देखत हे - उही नवयुवक जेन आजकल विधायक बनगे हे मुस्कियावत , ठहाका लगावत  खड़े हे। कलपत आत्मा ले शांतिलाल कहिच -- अभी हांँस लौ रे पापी हो एक दिन तुहर पाप के घड़ा भरके फूटबे करही तब तुहँर फैसला भगवान करही।


चोवा राम वर्मा 'बादल'

हथबंद, छत्तीसगढ़

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