Wednesday 22 July 2020

श्रीलंका के सौंदर्य-शकुंतला शर्मा

श्रीलंका के  सौंदर्य-शकुंतला शर्मा

हमर छत्तीसगढ़ी मा एक ठन कहावत हे.."लंका म सोन के  भूति तव हमर का काम के ?" हमला तो लाभ मिल नहीं सकै!फेर बचपन ले सोन के लंका के सपना संजोए मन ला अब सचमुच के लंका देखे बर मिलही, ऐसे मैं कभु  सपना मा नहीं सोचे रहें, फेर एहर संभव होगे।
"अखिल भारतीय कवयित्री सम्मेलन" के संरक्षक डा. लारी आजाद के सौजन्य ले ए सपना सच होगिस। लारी भैया अउ भौजी हर, हमन ल बड़े सपना दिखाइन,अउ वोला पूरा करे के रसदा भी बताइन। मैं हर छत्तीसगढ़ ले अकेली रहें।
चेन्नई के "मीनमातरम एयरपोर्ट से हम पन्द्रह मिनट में हम कोलंबो पहुंचे।" होटल ग्लोबल टावर" में दसवीं अंतरराष्ट्रीय कवयित्री सम्मेलन के आयोजन रहिस हे। भारतीय संस्कृति के डायरेक्टर एम रामचन्द्रन के मुख्य आतिथ्य मा हमर कार्यक्रम समपन्न होइस। हमन अपन कविता के माध्यम से अपन विचार ल प्रगट करेन। एम रामचन्द्रन हर हमन ला "संघमित्रा" सम्मान से अलंकृत करिस।
कार्यक्रम के बीच मा "कैटवाक" प्रतियोगिता घला होइस , तहाँ ले सब झन झूम - झूम के नाचे लागिन, हमन राजदूत रामचंद्रन भैया अउ लारी भैया ला भी डाँस करे बर कहेन तव उहू मन लजावत लजावत नृत्य करिन....रात म हमन भोजन करेन अउ अपन - अपन कुरिया मा जा के सुतेन।
बिहिनिया नहा खोर के जलपान करके "बेनटोटा" कती निकल गयेन। बेन टोटा मा समुद्र के तीर म हमर होटल          रहिस हे, "छाया!" आश्विन महिना म हमन समुद्र के जल म नहाएन अउ अपन पुरखा मन ल श्रद्धा भक्ति से तर्पण करेन।
हमर होटल के आसपास  बाजार रहिस हे...मैं अउ सुशीला बाजार घुमेन .... हमर एक रुपिया हर लंका म दो रुपिया बन जाथे। रसदा म हमन शंख सीपी सबो बिसाएन।
तीसर दिन हमन "औषधि गाँव" गयेन, उहाँ हमला एक झन "सुषेण" सही बैद मिलिस वोहर रसदा भर हमन ल औषधि के बारे म बहुत कन बात बताइस ।
११ अक्टूम्बर २०१२ के हमन "कान्दी" गएन, एहर मोला "शिमला" सही लागिस।
लंका के वनस्पति उद्यान हर अद्भुत हे। लंका हर मोती, माणिक के नाम से जाने जाथे।  हमर आँखी चौंधियात रहिस हे ....
आज हम लंका के अपन घर कती जावत हन ....इन्द्रदेव हर हमर अभिषेक करत हे, हमला चेतावत हे ...देखो..
पड़ोसी ला झन भुलाहव न !

शकुन्तला शर्मा🙏🏻

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